
Presidential Election 2022 राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से संपर्क कर 18 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए उनका समर्थन मांगा। श्री सिन्हा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी फोन किया और उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की प्रतिबद्धता की याद दिलाई। सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार नामित किया गया है।
विपक्षी दल प्रचार अभियान में जुटे
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कहा कि हमने अपना अभियान शुरू कर दिया है और चुनाव में समर्थन लेने के लिए सभी तक पहुंचेंगे। एनसीपी ने कहा कि श्री सिन्हा ने पीएम मोदी और राजनाथ सिंह के कार्यालयों में फोन किया और उनकी उम्मीदवारी के समर्थन के लिए एक संदेश छोड़ा।
लालकृष्ण आडवाणी से लिया आशीर्वाद, पर्चा दाखिला सोमवार को
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने गुरु और भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी संपर्क किया। सिन्हा ने आडवाणी से आशीर्वाद भी मांगा है। श्री सिन्हा सोमवार को शीर्ष विपक्षी नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने वाले हैं।
देवगौड़ा और सोरेन जा सकते हैं मुर्मू के साथ
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) और झामुमो को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष की ओर झुकते देखा जा रहा है। शुक्रवार को मुर्मू ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। श्री सिन्हा, जिन्हें शुक्रवार को अपने गृह राज्य झारखंड से राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान शुरू करने की उम्मीद थी। लेकिन उनके अभियान को टालना पड़ा। इसकी वजह झामुमो का मुर्मू के पक्ष में झुकाव को माना जा रहा है। दरअसल, सोरेन एक साथी संथाल समुदाय के सदस्य मुर्मू का विरोध नहीं कर पा रहे हैं।
सिन्हा ने विपक्षी नेताओं को लिखा पत्र
इस बीच, श्री सिन्हा ने उन सभी विपक्षी नेताओं को एक पत्र लिखा, जिन्होंने उन्हें 18 जुलाई को होने वाले चुनावों के लिए अपने आम उम्मीदवार के रूप में चुना है। सिन्हा ने कहा कि मैं आपको और भारत के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि अगर मैं निर्वाचित होता हूं तो बिना किसी डर या पक्षपात के, भारतीय संविधान के मूल मूल्यों और मार्गदर्शक आदर्शों को ईमानदारी से कायम रखूंगा। उन्होंने कहा कि उनकी योजना सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद अधिक से अधिक राज्यों की राजधानियों का दौरा करने के बाद अपने अभियान की शुरुआत करने की है। सिन्हा ने पत्र में लिखा है कि मैं आपसे और आपकी पार्टी के सांसदों और विधायकों से आपका समर्थन और मार्गदर्शन लेने के लिए मिलने की उम्मीद करता हूं।
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