President Election 2022: पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के सहयोगी रहे यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष के प्रत्याशी

Published : Jun 21, 2022, 03:54 PM ISTUpdated : Jun 21, 2022, 04:33 PM IST
President Election 2022: पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के सहयोगी रहे यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष के प्रत्याशी

सार

राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्ष ने अपने प्रत्याशी का चयन कर लिया है। तीन लोगों के इनकार के बाद अब टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी बनाया गया है। 

नई दिल्ली। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बनाया गया। भाजपा ने अभी तक जुलाई के चुनावों के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने बताया कि आगामी राष्ट्रपति चुनावों में, हमने एक आम उम्मीदवार का चुनाव करने और मोदी सरकार को और नुकसान करने से रोकने का फैसला किया है। मंगलवार को हुई एक बैठक में हमने यशवंत सिन्हा को एक आम उम्मीदवार के रूप में चुना है। हम सभी राजनीतिक दलों से वोट करने की अपील करते हैं। 

विपक्ष ने किया बीजेपी से भी समर्थन का सहयोग

संयुक्त बयान में भाजपा और उसके सहयोगियों से श्री सिन्हा की उम्मीदवारी का समर्थन करने की अपील की गई ताकि देश में एक योग्य राष्ट्रपति निर्विरोध निर्वाचित हो सके। यशवंत सिन्हा के प्रचार के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। इससे पहले दिन में तृणमूल नेता श्री सिन्हा ने अपनी उम्मीदवारी के बारे में बड़ा संकेत दिया था, जब उन्होंने कहा कि उन्हें अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करने के लिए पार्टी से अलग हट जाना चाहिए।

सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि मैं ममता जी का आभारी हूं कि उन्होंने टीएमसी में मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी है। अब एक समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय कारण के लिए मुझे अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करने के लिए पार्टी से हट जाना चाहिए। मुझे यकीन है कि वह इस बात को स्वीकार करती हैं। 

तीन प्रत्याशी कर चुके हैं इनकार

पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने पहले राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ने से इनकार कर दिया था।

आज बीजेपी भी कर सकती है प्रत्याशी पर मंथन

भाजपा मंगलवार को अपनी संसदीय बोर्ड की बैठक भी करेगी जहां उसके राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी पसंद को अंतिम रूप देने की संभावना है।

18 जुलाई को चुना जाएगा नया राष्ट्रपति

नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 15 जून से शुरू हुई थी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 जून है। अगर जरूरी हुआ तो चुनाव 18 जुलाई और मतगणना जुलाई को होगी।

 

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