विदाई समारोह में बोले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद- यादें ताजा हो रहीं हैं, पूरी क्षमता से कर्तव्यों को निभाया

संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विदाई समारोह आयोजित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैंने अपनी पूरी क्षमता से कर्तव्यों को निभाया। आज जब आप सबसे विदा ले रहा हूं तो कई यादें ताजा हो रहीं हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 23, 2022 12:40 PM IST / Updated: Jul 23 2022, 07:59 PM IST

नई दिल्ली। संसद के सेंट्रल हॉल में शनिवार शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला मौजूद रहे। अपने विदाई समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैंने अपनी पूरी क्षमता से कर्तव्यों को निभाया।

रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज जब आप सबसे विदा ले रहा हूं तो कई यादें ताजा हो रहीं हैं। पांच साल पहले इसी सेंट्रल हॉल में मैंने राष्ट्रपति के पद के शपथ ली। मेरे हृदय में आपसब के लिए खास स्थान है। भारत की जनता ने आपसब के माध्यम से मुझे राष्ट्रपति के रूप में चुनकर देश की सेवा करने का अवसर प्रदान किया। इसलिए मैं जनता का आभारी हूं। 

पूरी क्षमता से किया कर्तव्यों का निर्वहन 
रामनाथ कोविंद ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान मैंने अपनी पूरी क्षमता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का प्रयास किया है। राष्ट्रपति और सांसद उसी विकास पथ के सहयात्री हैं जो देश को आगे ले जा रहा है। संसद में भी कभी-कभी मतभेद होते रहते हैं। हम सब संसद रूपी परिवार के सदस्य हैं। इसकी सर्वोच्य प्राथमिकता राष्ट्र रूपी विशाल परिवार के हित के लिए काम करना है। राष्ट्रपति ने कहा कि जब हम पूरे राष्ट्र को एक विशाल परिवार के रूप में देखते हैं तो पता चलता है कि पारिवारिक मतभेद को सुलझाने के अनेक रास्ते हो सकते हैं। हमारे नागरिकों को अपनी मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए विरोध प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन इसका शांतिपूर्ण तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए। 

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स्वच्छ भारत अभियान महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि 
राष्ट्रपति ने कोरोना काल में केंद्र सरकार द्वारा किए गए कामों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अंबेडकर के सपनों का भारत बन रहा है। मेरा जन्म मिट्टी के घर में हुआ। अब कम ही परिवार ऐसे हैं जिन्हें मिट्टी के घर में रहना पड़ रहा है। महिलाओं को पीने के पानी के लिए मीलों दूर नहीं जाना पड़ता। लोगों को पक्के घर और पीने का पानी मुहैया हुआ है। राष्ट्रपति ने स्वच्छ भारत अभियान को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि यह महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि है। राष्ट्रपति ने कहा कि देशवासियों के सपने को नई उड़ान मिली है। 

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दलगत राजनीति से ऊपर उठें पार्टियां
रामनाथ कोविंद ने राजनीतिक दलों से राष्ट्रीय हित में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर यह तय करने को कहा कि लोगों के कल्याण के लिए क्या जरूरी है। उनकी टिप्पणी ऐसे समय में महत्वपूर्ण हो जाती है जब कई मुद्दों पर विपक्ष के विरोध के कारण संसदीय कार्यवाही अक्सर बाधित होती है। कोविंद ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी और कहा कि उनके मार्गदर्शन से देश को फायदा होगा। 

 

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