
नई दिल्ली। दिल्ली के अंबेडकर भवन (Ambedkar Bhavan) में बीजेपी संसदीय दल (BJP Parliamentary Party meeting) की बैठक में फिल्म The kashmir file का जिक्र हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फिल्म में जो दिखाया गया, उस सत्य को दबाने की कोशिश की गई। मोदी ने कहा कि हमेशा फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन के झंडे लेकर घूमने वाली पूरी जमात बौखला गई है। द कश्मीर फाइल्स 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नरसंहार और पलायन की त्रासदी के इर्द-गिर्द बुनी गई है। मोदी ने कहा कि सच के दबाने के लिए कैसे एक इकोसिस्टम काम करता है। दो दिन पहले ही फिल्म के निर्माता ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। मोदी ने भी इस फिल्म की तारीफ की थी।
क्या भारत के विभाजन पर कोई फिल्म बनी?
मोदी ने कहा- आपने देखा होगा, इमर्जेंसी इतनी बड़ी घटना, कोई फिल्म नहीं बना पाया। क्योंकि, सत्य को दबाने का लगातार प्रयास किया गया। जब हमने भारत विभाजन के दिन 14 अगस्त को हॉरर डे के रूप में याद करने का तय किया, तो कई लोगों को बड़ी मुसीबत हो गई। देश कैसे भूल सकता है। कभी- कभी उससे कुछ सीखने को भी मिलता है। क्या भारत विभाजन पर कोई ऑथेंटिक फिल्म बनी?
परिवारवादी पार्टियां देश को खोखला कर रहीं
बैठक में इसमें प्रधामनंत्री मोदी ने 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों से लेकर कई मामलों पर चर्चा की। इस बैठक में उत्तराखंड और मणिपुर के सीएम के नामों पर चर्चा होनी है। भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra modi) ने कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां देश को खोखला कर रही हैं। हम वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ते हैं, इसीलिए लोग भाजपा को पसंद करते हैं। बताते चलें, कि लखनऊ में भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही थीं, लेकिन भाजपा ने उनकी यह मांग नहीं मानी थी। पीएम मोदी ने कहा कि अगर किसी नेता, सांसद या उसके परिवार में किसी की उम्मीदवारी खारिज हुई है तो यह उनकी जिम्मेदारी है।
हार के कारणों का पता लगाएंगे सांसद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन चुनावों में जिन सीटों पर भाजपा को हार मिली है, उसकी वजह क्या रही, इसका पता लगाने का जिम्मा सांसदों को दिया गया है। सांसद हार के कारणों का पता करने के बाद रिपोर्ट बनाएंगे। इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। इससे पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत किया गया।
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कश्मीर फाइल्स पर राजनीति गरमाई
द कश्मीर फाइल्स पर राजनीति भी गरमाई है। केरल कांग्रेस ने कल एक ट्वीट कर कश्मीर में हिंदुओं से ज्यादा मुसलमानों की हत्याएं होने का दावा किया था। उसने कहा था कि 1980-90 के दशक में कश्मीर में 399 कश्मीरी पंडितों की हत्या हुई, जबकि इस दौरान 15 हजार मुस्लिम मारे गए। भाजपा ने इसे कांग्रेस का पागलपन बताया था। विवाद तूल पकड़ने के बाद कांग्रेस ने यह ट्वीट हटा दिया था।
लोकसभा में सीतारमण ने कहा- तब कांग्रेस कहां थी
लोकसभा में भी मंगलवार को 'द कश्मीर फाइल्स' का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसके बारे में ये याद करना चाहिए कि जब हिन्दुओं के साथ इतना कुछ घट रहा था, तो वे इससे कैसे निकले। कश्मीरी पंडित जब परेशानियों का सामना कर रहे थे, तब वहां नेशनल कॉन्फ्रेंस नीत सरकार थी। कांग्रेस भी सरकार में शामिल थी।
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