नये साल में मोदी के मन की बात: 26 जनवरी को दिल्ली में तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी हुआ

किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर हुई हिंसा और तिरंगे के अपमान पर 'मन की बात' में मोदी ने सिर्फ एक लाइन बोली। आंदोलित किसानों को लगा रहा था कि मोदी उनके बारे में भी कुछ बोल सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मोदी ने वैक्सीनेशन, भारतीय टीम की उपलब्धि, पद्म पुरस्कारों के अलावा देशभर में हो रहे नवाचार (Innovation) पर ही चर्चा की। मोदी की साल 2021 में यह पहली 'मन की बात' थी। इससे पहले उन्होंने 27 दिसंबर, 2020 को 'मन की बात' कही थी। मोदी ने सुबह 11 बजे 'मन की बात' शुरू की थी। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2021 2:08 AM IST / Updated: Jan 31 2021, 12:07 PM IST

नई दिल्ली. किसान आंदोलन और बजट से पहले मोदी ने 'मन की बात' में इन दोनों मुद्दों पर कोई बात नहीं की। लेकिन उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर हुई हिंसा और तिरंगे के अपमान पर एक लाइन बोलकर किसान आंदोलन पर सवाल खड़े कर दिए। मोदी ने वैक्सीनेशन, भारतीय टीम की उपलब्धि, पद्म पुरस्कारों के अलावा देशभर में हो रहे नवाचार (Innovation) पर ही चर्चा की। मोदी की साल 2021 में यह पहली 'मन की बात' थी। इससे पहले उन्होंने 27 दिसंबर, 2020 को 'मन की बात' कही थी। मोदी ने सुबह 11 बजे 'मन की बात' शुरू की थी। 

मोदी ने 31 जनवरी की सुबह 11 बजे 'मन की बात' में दिल्ली हिंसा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दु:खी हुआ। मन की बात की शुरुआत उन्होंने पद्म पुरस्कारों और भारतीय क्रिकेट टीम की उपलब्धि से की। मोदी ने वैक्सीनेशन प्रोग्राम की तारीफ की। इसका प्रसारण आकाशवाणी, डीडी चैनल, मोदी एप के अलावा मोदी के ट्विटर पेज और भाजपा के ट्विटर और फेसबुक पेज पर किया गया। 

मोदी के मन की बात
-इस महीने क्रिकेट पिच से बहुत अच्छी खबर मिली। हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती दिक्कतों के बाद शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती। हमारे खिलाड़ियों का टीम वर्क प्रेरित करने वाला है।
-दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दु:खी हुआ। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।
-जब मैं ‘मन की बात’ करता हूं तो ऐसा लगता है, जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में उपस्थित हूं।
-हमारी छोटी-छोटी बातें, जो एक-दूसरे को कुछ सिखा जाएं, जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव जो, जी-भर के जीने की प्रेरणा बन जाएं.. बस यही तो है ‘मन की बात’ 

-कोरोना पर मोदी ने कहा कि इसके खिलाफ लड़ाई को एक साल पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि भारत का वैक्सीनेशन प्रोग्राम दुनिया में मिसाल बन गया है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम चल रहा है। हम सबसे तेजी से अपने नागरिकों का वैक्सीनेशन कर रहे हैं। 15 दिन में ही 30 लाख से ज्यादा कोरोना वॉरियर्स का टीकाकरण हो गया है। जबकि अमेरिका को इसी काम में 18 और ब्रिटेन को 36 दिन लगे थे।
-मोदी ने नमो ऐप पर यूपी से हिमांशु यादव के लेख का जिक्र किया। इसमें उन्होंने लिखा था कि कैसे मेड इन इंडिया वैक्सीन से मन में आत्मविश्वास आ गया। मोदी ने मदुरै से कीर्ति का जिक्र किया। इसमें कीर्ति ने नमो ऐप पर लिखा था कि भारत ने जिस तरह कोरोना से लड़ाई में दुनिया की मदद की, उससे उनके मन में भारत की इज्जत और भी बढ़ गई है।
-मोदी ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति ने जिस तरह से भारत को धन्यवाद बोला, उससे हर भारतीय को अच्छा लगा। बता दें कि ब्राजील के राष्ट्रपति ने वैक्सीन मिलने पर हनुमानजी का जिक्र किया था। इस पर मोदी ने कहा कि हम जितना आत्मनिर्भर होंगे, उतना ही दुनिया और मानवता की सेवा कर पाएंगे।
-मोदी ने बिहार के सिवान की रहने वालीं 23 साल की प्रियंका के बारे में बताया कि वे हिंदी साहित्य की विद्यार्थी हैं। वे देश के 15 पर्यटन स्थलों पर जाने के मेरे सुझाव से प्रेरित थीं। वे एक जनवरी को देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के पैतृक निवास पर गईं। उनका ये अनुभव दूसरों को प्रेरित करेगा।
-मोदी ने बताया कि भारत आजादी के 75वीं सालगिरह पर अमृत महोत्सव शुरू करने जा रहा है। इस पर उन्होंने मुंगेर के जयराम जी का जिक्र किया। उन्होंने नमो ऐप पर शहीद दिवस के बारे में लिखा था। मोदी ने बताया कि 15 फरवरी 1932 को अंग्रेजों ने वंदेमातरम और भारत माता की जय के नारे लगा रहे लोगों को मार दिया था। जयरामजी इस घटना को देश के सामने लाए, जिस पर उतनी चर्चा नहीं हुई, जितनी होनी चाहिए थी।-मोदी ने हैदराबाद के बोइनपल्ली की एक सब्जी मंडी का जिक्र करते हुए बताया कि यहां बची सब्जियों से बिजली बनाई जाती है। इसी इनोवेशन को कचरे से कंचन बनाना कहते हैं। यहां रोज 10 टन कचरा निकलता है। 
- हरियाणा के बड़ौद की ग्राम पंचायतों ने गंदे पानी को फिल्टर करना शुरू किया। अब वे इसका इस्तेमाल खेतों में सिंचाई के लिए कर रही हैं। 
-मोदी ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी होती है, इसका उदाहरण अरुणाचल के तवांग में देखने को मिला। यहां जो पेपर बनाया जाता है, वो पौधे की छाल से बनता है। यानी पेपर के लिए पेड़ नहीं काटना पड़ता।  न केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। यह पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए सुरक्षित है। 
-मोदी ने महिलाओं की बहादुरी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को से बेंगलुरु तक की नॉन स्टॉप उड़ान भारत की चार महिला पायलटों ने संभाली। 10 हजार किलोमीटर की फ्लाइट सुरक्षित पहुंची। 26 जनवरी की परेड में भी दो महिला पायलटों ने इतिहास रचा। मोदी ने कहा कि अकसर ऐसे बदलावों की गांवों में चर्चा नहीं हो पाती। 
-मोदी ने मध्य प्रदेश के जबलपुर के चिजगांव की एक राइस मिल का जिक्र किया। यहां की एक राइस मिल में आदिवासी महिला दिहाड़ी पर काम करती थीं। कोरोना में उनका काम बंद हो गया। इसके बाद महिलाओं ने खुद एकजुट होकर राइस मिल शुरू कर दी। मीनाजी ने बंद हो रही राइस मिल की मशीनें खरीदकर स्वयं सहायता समूह बनाया। अब ये महिलाएं 3 लाख रुपए का मुनाफा कमा रही हैं।
-मोदी ने बुंदेलखंड के झांसी का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि जब बुंदेलखंड के इतिहास की बात होगी, तो कोई उसे लक्ष्मीबाई से जोड़ेगा, तो कोई ओरछा और कुछ गर्मी से। लेकिन पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल शुरू हुआ। यह हर किसी के लिए आश्चर्य की बात होगी कि स्ट्रॉबेरी और बुंदेलखंड। मोदी ने बताया कि झांसी की बेटी गुरलीन चावला के बारे में बताया। लॉ की इस छात्रा ने पहले अपने घर और फिर खेत में स्ट्रॉबेरी उगाई।
-मोदी ने बंगाल के वेस्ट मिदनापुर के नया पिंगला गांव के चित्रकार शमीनुद्दीन के वीडियो का जिक्र किया। उनकी रामायण पर बनाई पेंटिंग दो लाख में बिकी है। मोदी ने बताया कि पर्यटन विभाग के रीजनल ऑफिस ने महीने के पहले हफ्ते में इनक्रेडिबल इंडिया की शुरुआत की। 
-मोदी ने ओडिशा के राउरकेला की भाग्यश्री का जिक्र किया। वे इंजीनियरिंग की छात्रा हैं। वे पट्ट शिल्पकला में महारती हैं। वे सॉफ्ट स्टोन पर पेंटिंग बनाती हैं। उन्होंने कॉलेज जाते हुए ये स्टोन मिले थे।
-मोदी ने झारखंड के दुमका में मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल का जिक्र किया। उन्होंने बच्चों को पढ़ाने और सिखाने के लिए गांव की दीवारों पर अंग्रेजी और हिंदी के शब्द लिखे और चित्र बनाए हैं।

पूरी खबर क्लिक करके पढ़ें

 

Tune in. #MannKiBaat. https://t.co/kxQtvZ3byX

 

Share this article
click me!