प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को समुद्र में गोता लगाकर प्राचीन द्वारका नगरी में पूजा की। उन्होंने इसे साहस से ज्यादा श्रद्धा की बात बताई।
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को गुजरात के द्वारिकाधीश में समुद्र में गोता लगाया। उन्होंने पानी में डूबी पौराणिक द्वारका नगरी में पूजा की। पीएम ने गहरे समुद्र में गोता लगाने के लिए स्कूबा गियर पहना था।
पीएम के समुद्र में डूबी द्वारका नगरी में पूजा करने का वीडियो सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कुर्ता पायजामा पहने नरेंद्र मोदी नाव की ओर बढ़ रहे हैं। उनके साथ एसपीजी के कमांडो और नौसेना के गोताखोर हैं। पीएम अपने हाथ में मोर पंख लिए हुए थे। वह नाव में सवार होकर गोता लगाने वाली जगह तक गए।
इसके बाद नौसेना के गोताखोरों ने पीएम को स्कूबा गियर पहनाए। पीएम गोता लगाकर समु्द्र के तल तक पहुंचे। यहां उन्हें पानी में डूबी द्वारका नगरी के दर्शन हुए। पीएम ने हाथ जोड़कर भगवान कृष्ण की द्वारका नगरी को प्रणाम किया। उन्होंने अपने साथ लाए मोर के पंख वहां रख दिए। पीएम ने पानी में बैठकर कुछ देर के लिए प्रार्थना की। इस दौरान नौसेना के गोताखोर प्रधानमंत्री के पास मौजूद थे। पानी से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा, "मेरे लिए साहस से ज्यादा श्रद्धा थी।"
पीएम मोदी ने कहा- कर रहा था द्वारका की पुरातन भव्यता का अनुभव
गोता लगाने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना अनुभव बताया। उन्होंने कहा, "मैंने वो पल बिताए, जो जीवन भर मेरे साथ रहने वाले हैं। मैंने गहरे समुद्र के भीतर जाकर प्राचीन द्वारका जी के दर्शन किए। आज जब मैं गहरे समुद्र के भीतर द्वारका जी के दर्शन कर रहा था मैं पुरातन वही भव्यता, वही दिव्यता, मन ही मन अनुभव कर रहा था।"
गौरतलब है कि द्वारका को भगवान कृष्ण का खोया हुआ शहर कहा जाता है। द्वारका हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार पौराणिक शहर है। यहां भगवान कृष्ण का शासन था। हिंदू मान्यता के अनुसार, कृष्ण के पृथ्वी से जाने के बाद यह शहर समुद्र में समा गया था।