आर्टिकल 370 और 35A सात दशकों से जंजीर की तरह थे, लोगों के सपनों का बनेगा कश्मीर: पीएम मोदी

जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आई है। कई लोगों ने इसे ऐतिहासिक फैसला तो विपक्ष के लोगों ने इसे असंवैधानिक बताया है। अब पीएम मोदी ने फैसले का विरोध कर रहे लोगों पर निशाना साधा है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 14, 2019 4:46 AM IST / Updated: Aug 14 2019, 10:22 AM IST

नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आई है। कई लोगों ने इसे ऐतिहासिक फैसला तो विपक्ष के लोगों ने इसे असंवैधानिक बताया है। अब पीएम मोदी ने फैसले का विरोध कर रहे लोगों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- विरोध कुछ लोगों ने किया है जो चंद परिवार हैं और आतंक से सहानुभूति रखते हैं। 

कश्मीर के लोगों से पीएम की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के लोगों से अपील करते हुए कहा- ' मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को आश्वस्त करता हूं। राज्य को स्थानीय लोगों की इच्छाओं, सपनों और महात्वाकांक्षाओं के अनुरूप ही विकसित किया जाएगा। अनुच्छेद 370 और 35A जंजीरों की तरह थे। इसमें लोग जकड़े हुए थे। अब ये जंजीरे अब टूट गई हैं।

पहले जो फैसले असंभव थे आज हकीकत बन रहे

समाचार एजेंसी आईएनएस को दिए इंटरव्यू में पीएम ने कहा- 'कश्मीर पर लिए गए निर्णय का जिन्होंने विरोध किया है, ये सभी असामान्य निहित स्वार्थी समूह, राजनीतिक परिवार जो कि आतंक के साथ सहानुभूति रखते हैं और कुछ विपक्ष के लोग हैं। भारत के लोगों ने अपनी राजनीतिक विचारों से  इतर जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख के बारे में उठाए कदम का सामर्थन किया है। ये फैसला देश से जुड़ा हुआ है। फैसला राजनीतिक नहीं है। भारत के लोग देख रहे हैं कि जो निर्णय कठिन थे और पहले असंभव लगते थे वो आज हकीकत बन रहे हैं। कुछ लोग बेवजह इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा- ' जब रेल की पटरी बनती है, तो विपक्ष इसका विरोध करता है। ऐसे लोगों का दिल केवल नक्सलियों और आतंकवादियों के लिए धड़कता है। पूरा देश  जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख के लोगों के साथ है।'

कश्मीरी के हालात सामान्य होंगे

पीएम मोदी ने कहा अभी घाटी के जो हालात हैं, वो जल्द सामान्य होंगे। इस प्रावधान ने देश के लोगों का काफी नुकसान किया है। इससे सिर्फ कुछ परिवारों को ही लाभ हुआ है। पिछले 70 सालों से लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं हो सकी है। अब लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगे। 
 

Share this article
click me!