कांग्रेस पर नरेंद्र मोदी ने कसा तंज, काला जादू और काले कपड़े से नहीं होगा आपके बुरे दिनों का अंत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि काला जादू करने और काले कपड़े पहनने से जनता का विश्वास नहीं जीत पाएंगे। कांग्रेस ने 5 अगस्त को संसद में और बाहर काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया था।

Asianet News Hindi | Published : Aug 10, 2022 1:13 PM IST / Updated: Aug 10 2022, 06:53 PM IST

पानीपत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मूल्य वृद्धि के विरोध में पांच अगस्त को काले कपड़े पहनने को लेकर बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग काला जादू में विश्वास करते हैं वे फिर से कभी भी लोगों का विश्वास नहीं जीत पाएंगे। 

पानीपत में 900 करोड़ रुपए के इथेनॉल संयंत्र को देश को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कुछ विपक्षी दलों पर मुफ्त की राजनीति में लिप्त होने के लिए भी हमला किया। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें राष्ट्र के लिए केवल नुकसान ही करेंगी, यह नई तकनीक में निवेश को बाधित करती है।

'काला जादू' फैलाने की कोशिश की
नरेंद्र मोदी ने कहा कि 5 अगस्त को हमने देखा कि कैसे कुछ लोगों ने 'काला जादू' फैलाने की कोशिश की। ये लोग सोचते हैं कि काले कपड़े पहनकर वे अपनी निराशा को समाप्त कर सकते हैं। वे नहीं जानते कि जादू टोना, काला जादू और अंधविश्वास में लिप्त होकर वे ऐसा नहीं कर सकते। वे फिर से लोगों का विश्वास अर्जित नहीं कर पाएंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस ने 5 अगस्त को संसद में और बाहर काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया था।

पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने से हुई 50,000 करोड़ रुपए की बचत 
नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने पिछले 7-8 साल में पेट्रोल में एथेनॉल मिलाकर विदेशी मुद्रा में 50,000 करोड़ रुपए की बचत की है। ये पैसे किसानों को दिए गए। वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि 900 करोड़ रुपए का इथेनॉल संयंत्र खेतों में पराली जलाने की समस्या का स्थायी समाधान प्रदान करेगा। पराली किसानों के लिए आय का स्रोत बन जाएगी।

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उन्होंने कहा कि 8 साल में इथेनॉल का उत्पादन 40 करोड़ लीटर से बढ़कर 400 करोड़ लीटर हो गया है। पानीपत में लगा दूसरी पीढ़ी का इथेनॉल संयंत्र हरियाणा और दिल्ली में प्रदूषण कम करने में मदद करेगा। यह परियोजना सालाना लगभग 3 करोड़ लीटर इथेनॉल उत्पन्न करने के लिए 2 लाख टन चावल के भूसे का उपयोग करेगी। इससे ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में भी कमी आएगी।

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