प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 से 11 अक्टूबर तक गुजरात के दौरे पर हैं। इसके बाद 11 अक्टूबर को ही वे मध्य प्रदेश के दौरे पर जाएंगे, जहां उज्जैन में करीब 900 मीटर से अधिक लंबे कारिडोर यानी 'महाकाल लोक' का उद्घाटन करेंगे।
अहमदाबाद,गुजरात. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (Prime Minister Narendra Modi) आज(10 अक्टूबर) को आमोद (भरूच) और जामनगर में विभिन्न विकास कार्यक्रमों का उद्घाटन और शिलान्यास किया। अहमदाबाद में प्रधानमंत्री मोदी 'मोदी शैक्षणिक संकुल' का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री 9 से 11 अक्टूबर तक गुजरात के दौरे पर हैं। इसके बाद 11 अक्टूबर को ही वे मध्य प्रदेश के दौरे पर जाएंगे, जहां उज्जैन में करीब 900 मीटर से अधिक लंबे कारिडोर यानी 'महाकाल लोक' का उद्घाटन करेंगे। आमोद में प्रोजेक्ट्स लॉन्चिंग के समय मोदी ने कहा-आज सुबह मैं यहां आ रहा था तब एक दुखद खबर भी मिली। आज मुलायम सिंह यादव जी का निधन हो गया है। मुलायम सिंह यादव जी का जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।
मंच से मुलायम सिंह को दी श्रद्धांजलि
मोदी ने कार्यक्रम में सबसे पहले मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देते हुए कहा-जब भाजपा ने 2014 चुनाव के लिए मुझे प्रधानमंत्री पद के लिए आशीर्वाद दिया तब मैंने, विपक्ष में जो लोग थे जिनसे मेरा परिचय था, जो वरिष्ठ राजनेता थे,उनसे आशीर्वाद देने का एक उपक्रम किया था। मुझे याद है, उस दिन मुलायम सिंह जी का वो आशीर्वाद, कुछ सलाह के वो शब्द, आज भी मेरी अमानत हैं। मुलायम सिंह यादव जी के साथ मेरा नाता विशेष प्रकार का रहा है। जब हम दोनों मुख्यमंत्री के रूप में मिला करते थे तब वे भी और मैं भी दोनों के प्रति एक अपनत्व का भाव अनुभव करते थे। मैं आज आदरणीय मुलायम सिंह जी को गुजरात की इस धरती से, मां नर्मदा के इस तट से उनको आदरपूर्वक भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूं और ईश्वर से प्रार्थन करता हूं कि उनके परिवार, उनके समर्थकों को ये दुख सहने की शक्ति दे।
जब भी हम भारत का इतिहास पढ़ते हैं
मोदी ने कहा-जब भी हम भारत के इतिहास को पढ़ते हैं और भविष्य की बात करते हैं, तो भरूच की चर्चा हमेशा गर्व के साथ होती है। इस धरती ने ऐसी अनेक संतानों को जन्म दिया है, जिन्होंने अपने काम से देश का गौरव बढ़ाया है। आज पहला बल्क ड्रग पार्क गुजरात को मिला है, और वो भी मेरे भरूच को मिला है। केमिकल सेक्टर से जुड़े अनेक प्लांट का भी आज लोकार्पण हुआ है। देश-विदेश से इतना व्यापार-कारोबार होने के बाद अब जब एयरपोर्ट मिल रहा है, तो विकास को एक नई गति और एक नई उड़ान मिलने वाली है। और जब नरेन्द्र-भूपेन्द्र की डबल इंजन की सरकार है तो एयरपोर्ट का काम भी तेजी से पूरा हो जाएगा।अब भरूच बड़ौदा या सूरत के एयरपोर्ट पर निर्भर नहीं रह सकता, अब भरूच का अपना एयरपोर्ट होना चाहिए, इसलिए अंकलेश्वर में नया एयरपोर्ट बनाने का आज शिलान्यास हो रहा है।
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जानिए पीएम मोदी के कार्यक्रम की पूरी डिटेल्स
भरूच के आमोद में विभिन्न परियोजनाओं का राष्ट्र को समर्पण और उद्घाटन। अहमदाबाद में मोदी शैक्षणिक संकुल का उद्घाटन। जामनगर में विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास।
प्रधानमंत्री 11 अक्टूबर को दोपहर 2:15 बजे सिविल अस्पताल असरवा, अहमदाबाद में विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे, जिसके बाद वे उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर जाएंगे। वहां शाम लगभग 5 बजे दर्शन और पूजा करेंगे। इसके बाद वे शाम करीब साढ़े छह बजे श्री महाकाल लोक को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और शाम 7 बजकर 15 मिनट पर उज्जैन में सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री भरूच में: भरूच के आमोद में 8000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास। भारत को फार्मास्युटिकल क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते जंबूसर में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला। वर्ष 2021-22 में इन ड्रग्स का दवाइयों के कुल आयात में 60 प्रतिशत से अधिक का योगदान था। यह परियोजना आयात प्रतिस्थापन सुनिश्चित करने और बल्क ड्रग्स के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री जिन अन्य परियोजनाएं की आधारशिला रख रहे हैं उनमें अंकलेश्वर हवाई अड्डे का पहला चरण और अंकलेश्वर एवं पनोली में बहुस्तरीय औद्योगिक शेड का विकास शामिल है, जिससे एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। विभिन्न औद्योगिक पार्कों के विकास का शिलान्यास। इनमें चार जनजातीय औद्योगिक पार्क शामिल हैं, जो वालिया (भरूच), अमीरगढ़ (बनासकांठा), चकालिया (दाहोद) और वानर (छोटा उदयपुर) में स्थापित होंगे; मुडेथा (बनासकांठा) में एग्रो फूड पार्क; काकवाड़ी दांती (वलसाड) में सी फूड पार्क; और खांडिवाव (महिसागर) में एमएसएमई पार्क का निर्माण शामिल है।
दहेज में 130 मेगावाट के सह उत्पादन विद्युत संयंत्र के साथ एकीकृत 800 टीपीडी कास्टिक सोडा संयंत्र का लोकार्पण। दहेज में मौजूदा कास्टिक सोडा संयंत्र के विस्तार का भी लोकार्पण, जिसकी क्षमता 785 एमटी/दिन से बढ़ाकर 1310 एमटी/दिन की दी गई है। दहेज में ही एक लाख एमटी प्रति वर्ष से अधिक क्लोरोमेथेन के निर्माण के लिए एक परियोजना का भी लोकार्पण। अन्य परियोजनाओं में दहेज स्थित हाइड्राज़ीन हाइड्रेट संयंत्र शामिल है, जो उत्पाद के आयात प्रतिस्थापन में मदद करेगा। इसके अलावा आईओसीएल दहेज-कोयली पाइपलाइन परियोजना, भरूच भूमिगत जल निकासी और एसटीपी कार्य तथा उमला आसा पनेथा सड़क का चौड़ीकरण एवं मजबूत बनाना शामिल है।
प्रधानमंत्री अहमदाबाद में: शैक्षणिक संकुल के पहले चरण का उद्घाटन, जो जरूरतमंद छात्रों के लिए एक शैक्षिक परिसर है। यह परियोजना छात्रों के समग्र विकास के लिए सुविधाएं प्रदान करने में सहायता प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री 11 अक्टूबर को सिविल अस्पताल असरवा, अहमदाबाद में लगभग 1300 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी सुविधाओं का लोकार्पण करेंगे और आधारशिला रखेंगे। इन परियोजनाओं में निर्माण और यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में हृदय देखभाल के लिए नई एवं बेहतर सुविधाओं तथा एक नये छात्रावास भवन का लोकार्पण; गुर्दा रोग और अनुसंधान केंद्र संस्थान का नया अस्पताल भवन; गुजरात कैंसर और अनुसंधान संस्थान के नये भवन का लोकार्पण शामिल है। प्रधानमंत्री गरीब मरीजों के परिवारों को आवास सुविधा प्रदान करने वाले आश्रय गृह की आधारशिला भी रखेंगे।
प्रधानमंत्री जामनगर में: प्रधानमंत्री जामनगर में 1460 करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। ये परियोजनाएं सिंचाई, विद्युत, जलापूर्ति और शहरी बुनियादी ढांचे से संबंधित हैं। प्रधानमंत्री सौराष्ट्र अवतारण सिंचाई (एसएयूएनआई) योजना लिंक 3 (उंड बांध से सोनमती बांध तक), के पैकेज 7, एसएयूएनआई योजना लिंक 1 (उंड-1 बांध से एसएएनआई बांध तक) के पैकेज 5 और हरिपार 40 मेगावाट सौर पीवी परियोजना का लोकार्पण करेंगे। जिन परियोजनाओं की प्रधानमंत्री द्वारा आधारशिला रखी जाएगी उनमें कलावड़/जामनगर तालुका मोरबी-मालिया-जोडिया समूह की कलावद ग्रुप ऑगमेंटेशन जल आपूर्ति योजना, लालपुर बाईपास जंक्शन फ्लाईओवर ब्रिज, हापा मार्केट यार्ड रेलवे क्रॉसिंग और सीवर संग्रह पाइपलाइन तथा पंपिंग स्टेशन का नवीनीकरण शामिल हैं।
प्रधानमंत्री उज्जैन में: प्रधानमंत्री श्री महाकाल लोक राष्ट्र को समर्पित करेंगे। श्री महाकाल लोक परियोजना का पहला चरण तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं प्रदान करके मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों के अनुभव को स्मरणीय बनाने में सहायता प्रदान करेगा। इस परियोजना का उद्देश्य पूरे क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करना और विरासत संरचनाओं के संरक्षण एवं बहाली पर विशेष बल देना है। परियोजना के तहत मंदिर परिसर का करीब सात गुना विस्तार किया जाएगा। पूरी परियोजना की कुल लागत लगभग 850 करोड़ रुपये है। मंदिर के मौजूदा तीर्थयात्रियों की संख्या, जो लगभग 1.5 करोड़ प्रति वर्ष है, दोगुना होने की उम्मीद है। इस परियोजना के विकास की योजना दो चरणों में बनाई गई है।
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