केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नई संसद (New Parliament) का उद्घाटन करेंगे। 19 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया है।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बुधवार को औपचारिक रूप से इस बात की घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई संसद (New Parliament) का उद्घाटन करेंगे। पीएम इस दौरान निर्माण कार्य में भूमिका निभाने वाले 60 हजार कर्मियों को सम्मानित करेंगे। वहीं, 19 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया है।
पीएम मोदी सेंगोल नए संसद भवन में रखेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस सेंगोल (सुनहरा राजदंड) को देश के सामने रखेंगे जिसे अंग्रेजों ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के हाथों में रखकर भारत को आजादी दी थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत की नई संसद सेंगोल की महिमा को पुनर्जीवित करेगी। इसे नए संसद भवन में प्रदर्शित किया जाएगा।
अमित शाह ने कहा, "नया संसद भवन प्रधानमंत्री दूरदर्शिता का प्रमाण है। जो नए भारत के निर्माण में हमारी सांस्कृतिक विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का प्रयास है। इस नई संरचना को रिकॉर्ड समय में बनाने के लिए करीब 60 हजार कर्मियों ने काम किया है। इस अवसर पर इन सभी का सम्मान करेंगे।"
अमित शाह बोले सभी को दिया है निमंत्रण
विपक्षी पार्टियों द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किए जाने संबंधी सवाल पर अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार ने तो सबको आमंत्रित किया है। वे इसपर अपने अनुसार फैसला करेंगे।
ये पार्टियां करेंगी उद्घाटन समारोह का बहिष्कार
कांग्रेस, डीएमके, आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), शिवसेना (यूबीटी), समाजवादी पार्टी (एसपी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), केरल कांग्रेस (मणि), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी), जदयू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीएम), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) और मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK)।
क्यों विपक्षी पार्टियां कर रहीं विरोध?
विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन किए जाने का विरोध कर रही हैं। इसने 21 मई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा किए गए ट्वीट के बाद जोड़ पकड़ा है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं!"
इसके बाद विपक्षी दलों ने इस बात की मांग तेज कर दी कि राष्ट्रपति से नए संसद भवन का उद्घाटन कराना चाहिए। आम आदमी पार्टी के नेता ने तो यहां तक कह दिया कि भाजपा राष्ट्रपति से नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं कराकर उनका अपमान कर रही है। प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन का शिलान्यास किया था। वह अब उद्घाटन भी करने वाले हैं। इस संबंध में भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से आने वाले प्रधानमंत्रियों ने पहले संसद के विभिन्न हिस्सों का उद्घाटन किया है।