प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया भारतीय ऊर्जा मंच का उद्घाटन, बोले - भारत ऊर्जा का भंडार है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम 5:30 बजे सेरावीक के चौथे भारतीय ऊर्जा मंच का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ ऊर्जा क्षेत्र के कईं दिग्गज इकट्ठा हुए और देश के नए ऊर्जा भविष्य पर चर्चा की। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हाल ही में इस कार्यक्रम की आयोजक आईएचएस मार्केट ने बताया था कि यह कार्यक्रम 26 से 28 अक्तूबर तक चलेगा।

Asianet News Hindi | Published : Oct 26, 2020 8:54 AM IST / Updated: Oct 26 2020, 06:57 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम 5:30 बजे सेरावीक के चौथे भारतीय ऊर्जा मंच का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ ऊर्जा क्षेत्र के कईं दिग्गज इकट्ठा हुए और देश के नए ऊर्जा भविष्य पर चर्चा की। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हाल ही में इस कार्यक्रम की आयोजक आईएचएस मार्केट ने बताया था कि यह कार्यक्रम 26 से 28 अक्तूबर तक चलेगा।

भारत का एनर्जी फ्यूचर बहुत शानदार - पीएम मोदी

भारतीय ऊर्जा मंच के संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का एनर्जी फ्यूचर बहुत शानदार होने वाला है। इसको लेकर भारत तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ सालों में ही भारत में एनर्जी की खपत दोगुनी हो जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय बाजार को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता है।

क्लीन एनर्जी में निवेश के लिए आह्वान किया

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंच से दुनियाभर के निवेशकों को क्लीन एनर्जी में निवेश के लिए आह्वान किया।उन्होंने कहा कि क्लीन एनर्जी में निवेश के लिए दुनिया में भारत सबसे बेहतर विकल्प बनकर उभरा है। एनर्जी के क्षेत्र में भारत का भविष्य उज्जवल है।

बड़ी तेल कंपनियों को एनर्जी सेक्टर पर मंथन की जरूरत

पीएम मोदी ने कहा कि दुनियाभर की बड़ी तेल कंपनियों को एनर्जी सेक्टर को लेकर मंथन करने की जरूरत है। इसमें भारत हमेशा सहयोग के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का एनर्जी कोरिडोर बनाने का प्लान है। उन्होंने बताया कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है, जहां घरेलू लेवल पर सबसे ज्यादा एनर्जी की खपत होती है। 

वैश्विक तेल एवं गैस क्षेत्र में भी भारत आगे - पीएम मोदी

इसके साथ ही भारत वैश्विक तेल एवं गैस क्षेत्र में महत्वपूर्ण देश है। उन्होंने कहा कि भारत कच्चे तेल का दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। भारत के वैश्विक तेल एवं गैस मूल्य श्रृंखला में एक सक्रिय भागीदारी बनने के इरादे से नीति आयोग ने सबसे पहले 2016 में वैश्विक तेल एवं गैस कंपनियों के सीईओ की गोलमैज बैठक का आयोजन किया था।

1 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि हुए शामिल

इसके साथ ही पीएम मोदी वर्चुअल माध्यम से ग्लोबल ऑयल एंड गैस के सीईओ और विशेषज्ञों के साथ बातचीत की। दरअसल, यह सेरावीक के भारतीय ऊर्जा मंच का चौथा साल है। इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं और प्रतिनिधियों के अलावा भारत से एक हजार प्रतिनिधियों का समुदाय और क्षेत्रीय ऊर्जा कंपनियां, ऊर्जा से जुड़े उद्योग, संस्थान और सरकारें शामिल हुए।

पीएम के अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी किया कार्यक्रम को संबोधित

इस कार्यक्रम को ऊर्जा मंत्रियों के अलावा उद्योग के वरिष्ठ कार्यकारी और प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा विशेषज्ञों ने भी संबोधित किया। तीन दिन के इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री मोदी के अलावा पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अमेरिका के ऊर्जा मंत्री डैन ब्रोइलेट, पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के महासचिव मोहम्मद बरकिंडो और सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री अब्दुल अजीज बिन सलमान भी संबोधित करेंगे।
 

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