वाई. पूरन कुमार की खुदकुशी से पूरा देश स्तब्ध, दलितों के लिए अभिशाप है बीजेपी सरकार: प्रियंका गांधी

Published : Oct 10, 2025, 02:36 PM IST
Priyanka gandhi

सार

हरियाणा के IPS अधिकारी की खुदकुशी पर कांग्रेस ने BJP पर निशाना साधा है। खड़गे ने 2013-2023 के बीच दलितों व आदिवासियों के खिलाफ अपराधों में 46% व 91% वृद्धि का हवाला देते हुए इसे RSS-BJP की सामंती मानसिकता बताया।

नई दिल्ली: हरियाणा के IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार की कथित खुदकुशी के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को दलित-आदिवासी लोगों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। रायबरेली में चोर समझकर एक दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश जैसी हालिया घटनाओं के बाद खड़गे ने केंद्र पर हमला बोलते हुए इसे RSS-BJP की "सामंती मानसिकता" का "खतरनाक प्रदर्शन" बताया।

RSS-BJP की सामंती सोच का एक खतरनाक प्रदर्शन हैं दलितों पर अत्याचार

उन्होंने X पर लिखा, "नरेंद्र मोदी जी, NCRB रिपोर्ट के अनुसार- 2013 और 2023 के बीच, दलितों के खिलाफ अपराधों में 46% की बढ़ोतरी हुई है। आदिवासियों के खिलाफ अपराधों में 91% की वृद्धि हुई है। हरियाणा में एक IPS अधिकारी के साथ जातीय भेदभाव, हरिओम वाल्मीकि का उत्पीड़न, CJI पर हमला और इसे सही ठहराने वाली BJP की मानसिकता और BJP शासित राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में बुजुर्ग दलित महिला कमला देवी रैगर पर हुए अत्याचार…ये सभी हालिया घटनाएं सिर्फ अलग-अलग मामले नहीं हैं, बल्कि RSS-BJP की सामंती सोच का एक खतरनाक प्रदर्शन हैं।

उन्होंने लिखा, “घटनाओं की यह श्रृंखला भारत के संविधान, सामाजिक न्याय और समानता के मूल सिद्धांतों पर सीधा हमला है। दलितों, पिछड़े वर्गों, आदिवासियों और हाशिए पर मौजूद समुदायों को डराने और दबाने की यह राजनीति लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा है। भारत संविधान से चलेगा, किसी भी कट्टरपंथी विचारधारा के फरमानों से नहीं। दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग इसका खामियाजा भुगत रहे हैं, और आप अपने ही तमाशों में मग्न रहकर इन मुद्दों पर आंखें मूंदे हुए हैं।

प्रियंका गांधी ने कहा- वाई. पूरन कुमार जी की खुदकुशी से पूरा देश स्तब्ध

दूसरी तरफ प्रियंका गांधी ने भी हरियाणा के IPS अधिकारी की कथित खुदकुशी को लेकर BJP पर तीखा हमला बोला और कहा- जाति-आधारित उत्पीड़न से परेशान हरियाणा के IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार जी की खुदकुशी से पूरा देश स्तब्ध है। देश भर में दलितों के खिलाफ अन्याय, अत्याचार और हिंसा का जो सिलसिला चल रहा है, वह भयावह है। उन्होंने IPS अधिकारी की मौत को रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या सहित अन्य हालिया घटनाओं से जोड़ा। पहले रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि जी की हत्या, फिर मुख्य न्यायाधीश का अपमान, और अब एक वरिष्ठ अधिकारी की खुदकुशी- यह साबित करता है कि BJP का शासन दलितों के लिए एक अभिशाप बन गया है। चाहे कोई आम नागरिक हो या किसी ऊंचे पद पर बैठा व्यक्ति, अगर वह दलित समुदाय से है, तो अन्याय और अमानवीयता उसका पीछा नहीं छोड़ती। अगर ऊंचे पदों पर बैठे दलितों की यह हालत है, तो सोचिए आम दलित समाज किन हालातों में जी रहा होगा।

इस बीच, चंडीगढ़ पुलिस ने IAS अधिकारी अम्नीत पूरन कुमार की शिकायत पर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक (SP) नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ FIR दर्ज की है। अम्नीत, दिवंगत IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार की पत्नी हैं, जो 7 अक्टूबर को अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर मृत पाए गए थे। यह FIR पुलिस स्टेशन सेक्टर 11 में भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 108 और 3(5) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(r) के तहत दर्ज की गई है, जिसमें आत्महत्या के लिए उकसाने और जाति-आधारित उत्पीड़न का जिक्र है।

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