नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं के सिलसिले में अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पत्थरबाजी की घटनाओं, वाहनों को आग लगाने और लोगों तथा संपत्ति पर हमलों का वीडियो बनाया गया है।
गुवाहाटी. असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने शनिवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं के सिलसिले में अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महंत ने कहा कि हालात काबू में हैं और पुलिस हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
डीजीपी ने बताया, "पत्थरबाजी की घटनाओं, वाहनों को आग लगाने और लोगों तथा संपत्ति पर हमलों का वीडियो बनाया गया है। हम इनमें शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।" महंत ने कहा कि उपद्रव करने के लिये प्रदर्शनों में शामिल होने वाले "बुरे तत्वों" को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा, "हिंसा भड़काने में शामिल पाए गए किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
नागरिकता कानून को लेकर हो रहा विरोध
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर-पूर्व के राज्यों, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के तमाम हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। नए कानून के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के जो सदस्य धार्मिक उत्पीड़न के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आ गए हैं, उन्हें अवैध प्रवासी नहीं समझा जाएगा और भारत की नागरिकता दी जाएगी।