पुलवामा अटैक: बालाकोट जैसा एयर स्ट्राइक करने के लिए अब नहीं सीमा पार जाने की जरूरत, घुसकर मार करते हैं ये हथियार

Published : Feb 14, 2023, 01:12 PM IST

नई दिल्ली। आज के दिन चार साल पहले (14 फरवरी 2019) को आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Attack) में हमला किया था। इस हमले में 40 जवानों की जान चली गई थी। हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने किया था। 

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भारत ने 26 फरवरी 2019 को रात के करीब तीन बजे पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot airstrike) में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हवाई हमला किया था। इस एयर स्ट्राइक को इंडियन एयर फोर्स के मिराज 2000 विमान से अंजाम दिया गया था। 12 मिराज विमानों ने आतंकियों के ठिकानों पर स्पाइस-2000 बमों से हमला किया था। लेजर गाइडेड ये बम टारगेट पर सटीक वार करते हैं। 

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बालाकोट एलओसी से करीब 88 किलोमीटर दूर है। यहां एयर स्ट्राइक करने के लिए भारतीय वायु सेना के विमानों को सीमा पार कर पाकिस्तान के एयर स्पेस में दाखिल होना पड़ा था। 2019 के बाद से भारतीय वायु सेना की क्षमता में काफी इजाफा हुआ है। आज अगर ऐसा हमला करना हो तो सीमा पार करने की जरूरत नहीं है।

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इंडियन एयरफोर्स के पास ऐसे कई हथियार हैं जो लंबी दूरी तक सटीक मार कर सकते हैं। इन हथियारों में सबसे प्रमुख ब्रह्मोस मिसाइल का एयर लॉन्च वैरिएंट है। ब्रह्मोस मिसाइल के एयर लॉन्च वर्जन को सुखोई एमकेआई 30 विमान में लगाया गया है। यह मिसाइल करीब 300 किलोमीटर तक मार सकता है। यह अपने टारगेट पर सटीक वार करता है। इसके साथ ही ब्रह्मोस एनजी भी तैयार किया जा रहा है। इसका रेंज 400 किलोमीटर से अधिक होगा। 

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हवा से जमीन पर 300 किलोमीटर तक मार करने वाले मिसाइल से इंडियन एयरफोर्स की ताकत बहुत बढ़ गई है। अब भारत बिना सीमा पार किए दुश्मन के इलाके में अंदर तक हमला कर सकता है। वर्तमान में अभी ब्रह्मोस मिसाइल को सिर्फ सुखोई फाइटर जेट में लगाया गया है। ब्रह्मोस एनजी तैयार होगा तो उसे तेजस जैसे विमानों में भी लगाया जाएगा।

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तेजस फाइटर जेट भी दुश्मन के एयर स्पेस में गए बिना हवाई हमला करने में सक्षम है। इसके लिए इस विमान को हैमर मिसाइल (HAMMER Missiles) से लैस किया गया है। हवा से जमीन पर मार करने वाला यह मिसाइल 70 किलोमीटर दूर तक मार कर सकता है। यह 330 किलोग्राम भारी है। राफेल फाइटर जेट भी हैमर मिसाइल फायर कर सकता है।

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