वायनाड भूस्खलन पीड़ितों का दर्द बांटने ग्राउंड जीरो पहुंचे राहुल-प्रियंका गांधी

Published : Aug 01, 2024, 03:42 PM ISTUpdated : Aug 01, 2024, 04:09 PM IST
Rahul Gandhi Wayanad

सार

वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पहुंचे। दोनों ने पीड़ितों से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

Wayanad Landslide updates: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ गुरुवार को केरल के वायनाड पहुंचे हैं। वायनाड में भूस्खलन की वजह से भारी तबाही हुई है। लैंडस्लाइड से चार गांव बह गए हैं। 256 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेना पड़ा है। ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर दोनों नेताओं ने पीड़ित लोगों से बातचीत की और उनको हर संभव सहायता का भरोसा दिया।

खराब मौसम के बावजूद गुरुवार दोनों नेता प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे। सुबह करीब 9.30 बजे वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कन्नूर एयरपोर्ट पर उतरे। यहां से बाईरोड दोनों वायनाड के लिए रवाना हुए। अलप्पुझा सांसद केसी वेणुगोपाल भी उनके साथ थे।

नेता प्रतिपक्ष चूरलमाला भूस्खलन स्थल के बाद सीएचसी, डॉ.मूपेन मेडिकल कॉलेज और मेप्पाडी के राहत शिविरों में पहुंचे। पीड़ितों से मुलाकात कर उनको सांत्वना दी। घटना के बारे में जानकारी ली। लोगों को हर संभव सहायता का भी आश्वासन दिया। शिविर में रह रहे लोगों की सुविधा के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया।

वायनाड से दो बार सांसद रहे हैं राहुल गांधी

राहुल गांधी वायनाड से 2019 में सांसद चुने गए थे। रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी इस बार 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में भी वायनाड और रायबरेली दो सीटों पर जीत हासिल किए हैं। लेकिन मां की छोड़ी रायबरेली सीट को राहुल ने रिटेन किया और वायनाड से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा के बाद वायनाड उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को प्रत्याशी बनाया है। वायनाड से प्रियंका गांधी चुनाव राजनीति में डेब्यू करेंगी।

मंगलवार 30 जुलाई की सुबह वायनाड के मेप्पाडी के पहाड़ी इलाका में तीन घंटे के भीतर चार बड़े भूस्खलन ने हर ओर तबाही मचा दी। भूस्खलन से सबसे अधिक तबाही मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में मची। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि अधिकतर सड़कें ढह गई हैं। कई पुल बह गए। अधिकतर इलाकों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। पढ़िए पूरी खबर…

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