
नई दिल्ली। राहुल गांधी के एक सवाल “यह महिला कौन है?” ने पूरे देश की राजनीति को हिला दिया है। हरियाणा चुनाव के बीच कांग्रेस नेता ने बड़ा आरोप लगाया है कि वहां 25 लाख वोटर फर्जी या डुप्लीकेट हैं, जिनमें से एक उदाहरण उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया। राहुल ने दावा किया कि एक ही महिला की तस्वीर अलग-अलग नामों से वोटर लिस्ट में 22 बार दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि यह महिला भारतीय नहीं बल्कि एक ब्राज़ीलियन मॉडल है। इस आरोप के बाद चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हलचल मच गई है। सवाल यह है- क्या हरियाणा की वोटर लिस्ट में असली नागरिकों की जगह नकली पहचानें वोट दे रही हैं?
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि हरियाणा में एक महिला की तस्वीर वोटर लिस्ट में अलग-अलग नामों से दर्ज है-सीमा, स्वीटी, सरस्वती, रश्मि, विल्मा। उन्होंने कहा कि यह महिला 10 अलग-अलग बूथों पर 22 बार वोट दे चुकी है। राहुल के मुताबिक, उनकी टीम के पास पूरे डाटा का सबूत है जिसमें 25 लाख से ज्यादा डुप्लीकेट एंट्रियां पाई गई हैं। उन्होंने सवाल उठाया- “जब एक विदेशी मॉडल की तस्वीर वोटर लिस्ट में बार-बार इस्तेमाल हो सकती है, तो क्या लोकतंत्र की जड़ें सुरक्षित हैं?”
राहुल ने कहा कि जिस महिला की तस्वीर बार-बार दिखाई गई है, वह वास्तव में एक ब्राज़ीलियन स्टॉक फोटोग्राफर मॉडल की तस्वीर है, जो इंटरनेट पर उपलब्ध है। उन्होंने पत्रकारों से पूछा “यह महिला कौन है? यह कहां से आई? इसका असली नाम क्या है?” कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर भी वही तस्वीर शेयर की, और लिखा “एक ब्राज़ीलियन नागरिक मैथियस फेरेरो ने हरियाणा में स्वीटी से लेकर सरस्वती तक के नामों से 22 बार वोट दिया।”
राहुल गांधी का दावा है कि हरियाणा की वोटर लिस्ट में लगभग 25 लाख नाम या तो नकली हैं या हेरफेर से जोड़े गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हर 8 में से 1 वोटर असली नहीं है। यह आरोप लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव दोनों पर असर डाल सकता है, क्योंकि वोटर लिस्ट की विश्वसनीयता पर अब सवाल उठने लगे हैं।
अब सबकी निगाहें भारत के चुनाव आयोग पर हैं। क्या आयोग इस कथित डुप्लीकेट वोटर डेटा की जांच करेगा? क्या यह मामला सिर्फ तकनीकी त्रुटि है या इसमें कोई बड़ी साजिश छिपी है? कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण को “H-बम” नाम दिया है, जो हरियाणा के “फर्जी वोटर बम” को दर्शाता है। राहुल गांधी के इस दावे के बाद अब नजरें चुनाव आयोग पर हैं। अगर राहुल का दावा सच निकला, तो यह भारत के लोकतंत्र के लिए अब तक का सबसे बड़ा वोटर फ्रॉड स्कैंडल साबित हो सकता है।
यह सवाल अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है-#WhoIsThisWoman, देशभर के लोग अब यह जानना चाहते हैं कि क्या राहुल गांधी का दावा सच है या यह सिर्फ एक राजनीतिक रणनीति है। लेकिन इतना तय है कि एक तस्वीर ने भारत की चुनाव प्रणाली को कठघरे में खड़ा कर दिया है।