झंडे की राजनीति में फंसती नजर आ रही है कांग्रेस, राइट और लेफ्ट खेमे ने पार्टी के फैसले पर उठाए सवाल, जानें क्या कुछ कहा?

IUML केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF में प्रमुख साझेदारों में से एक है। नामांकन के बाद वायनाड में राहुल गांधी के रोड शो के दौरान कांग्रेस और उसके सहयोगी IUML के झंडे गायब थे।

sourav kumar | Published : Apr 4, 2024 10:05 AM IST

केरल के वायनाड। केरल के वायनाड में कल बुधवार (3 अप्रैल) को कांग्रेस के नेता और सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए नामांकन किया। इस दौरान वो एक रैली का नेतृत्व करते हुए नामांकन भरने लिए पहुंचे थे। उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थी। हालांकि, इस दौरान वायनाड में राहुल गांधी की रैली में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के झंडे नदारद दिखे। इसको लेकर कांग्रेस पर लेफ्ट और राइट दोनों तरफ से हमला हो रहा है। बता दें कि IUML केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF में प्रमुख साझेदारों में से एक है। नामांकन के बाद वायनाड में राहुल गांधी के रोड शो के दौरान कांग्रेस और उसके सहयोगी IUML के झंडे गायब थे। कांग्रेस के झंडे भी ऐसे ही थे। ये साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार था, जब वायनाड की रैली में IUML के झंडे गायब दिखे। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के भी झंडे गायब थे।

कल कांग्रेस की वायनाड रैली में IUML समेत कांग्रेस के झंडों के बजाए कुछ भारतीय राष्ट्रीय झंडे, तिरंगे और उन्हीं रंगों के गुब्बारे पूरे रोड शो पर छाए रहें। इसको लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार (4 अप्रैल) को वायनाड में राहुल गांधी की रैली में मुस्लिम लीग के झंडे गायब होने पर कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि पार्टी के झंडे को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने के लिए उसमें "साहस की कमी" थी। विजयन ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया, "कांग्रेस इस स्तर तक गिर गई है कि वह सांप्रदायिक ताकतों से डरती है।"केरल के सीएम विजयन के मुताबिक, झंडे के मुद्दे पर कांग्रेस का रुख दिखाता है कि वह IUML के वोट चाहती है, लेकिन उनके झंडे को स्वीकार नहीं करेगी।

BJP नेता स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर लगाए आरोप

बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने भी केरल में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी मुस्लिम लीग के झंडे की गैरमौजूदगी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस पार्टी की नामांकन रैली में मुस्लिम लीग के झंडे छिपाए गए थे, यह दर्शाता है कि या तो राहुल गांधी को मुस्लिम लीग से समर्थन मिलने पर शर्म आ रही है या जब वह उत्तर भारत का दौरा करेंगे और मंदिरों का दौरा करेंगे, तो वह मुस्लिमों के साथ अपने जुड़ाव को छिपा नहीं पाएंगे। केंद्रीय मंत्री ईरानी केरल में वायनाड में भाजपा उम्मीदवार के सुरेंद्रन के नामांकन के लिए पहुंची हुई थी। 

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) और प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की राजनीतिक शाखा का समर्थन स्वीकार करते हुए हैरान है। स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया, "उनका समर्थन स्वीकार करके उन्होंने (गांधी ने) नामांकन दाखिल करते समय ली गई संविधान की शपथ का भी उल्लंघन किया है।

2019 के लोकसभा चुनाव में झंडा विवाद

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के झंडे को पाकिस्तानी झंडे के रूप में दिखाया गया था। इसके वजह से पूरे देश में विवाद खड़ा हो गया था। कई सोशल मीडिया यूजर ने राहुल गांधी के लिए जयकार कर रहे लोगों की तस्वीरें और वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि उनके पास पाकिस्तानी झंडे थे। उन्होंने कांग्रेस द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो पर सवाल किया था कि ये वायनाड है या कराची, लाहौर। बीजेपी ने भी IUML के झंडे को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष किया था और कहा था कि यह पहचानना मुश्किल है कि यह भारत है या पाकिस्तान। हालांकि, बाद में पता चला कि ये झंडे कांग्रेस पार्टी के गठबंधन दल UDF सहयोगी IUML के थे।

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