Rahul Gandhi ED investigation अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मोदी सरकार, नई सैन्य भर्ती योजना पर जनता के गुस्से का सामना कर नहीं पा रही है तो लोगों का ध्यान भटकाने के लिए छल प्रपंच कर रही है। ईडी दफ्तर में पूछताछ के नाम पर राहुल गांधी को बार-बार इसलिए बुलाया जा रहा है कि असल मुद्दों पर जनता का ध्यान न जाए, मीडिया के सारे कैमरे केवल ईडी ऑफिस तक ही सीमित रहें।
नई दिल्ली। ईडी ने पांचवें दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछताछ की है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा सरकार व्यक्तिगत प्रतिशोध के कारण राहुल गांधी को परेशान कर रही है। भाजपा सरकार, देशवासियों का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी अग्निपथ के मुद्दों से भटकाने के लिए यह कार्रवाई कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ईडी की कार्रवाई पूरी तरह से अवैध और असंवैधानिक है। भाजपा ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्य के लिए कर रही है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मोदी सरकार, नई सैन्य भर्ती योजना पर जनता के गुस्से का सामना कर नहीं पा रही है तो लोगों का ध्यान भटकाने के लिए छल प्रपंच कर रही है। ईडी दफ्तर में पूछताछ के नाम पर राहुल गांधी को बार-बार इसलिए बुलाया जा रहा है कि असल मुद्दों पर जनता का ध्यान न जाए, मीडिया के सारे कैमरे केवल ईडी ऑफिस तक ही सीमित रहें।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ एक निरंतर अडिग आवाज रहे हैं, उनकी आवाज को दबाने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के बारे में कुछ भी संवैधानिक या कानूनी नहीं है। सब कुछ व्यक्तिगत है, संवैधानिक नहीं है। यह कार्रवाई व्यक्तिगत द्वेष, व्यक्तिगत शिकायत और व्यक्तिगत प्रतिशोध के लिए हो रही है।
पांचवें दिन भी हुई राहुल गांधी से पूछताछ
नेशनल हेराल्ड केस में ईडी राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है। ईडी ने राहुल गांधी से पांचवें दिन मंगलवार को भी पूछताछ की है। दरअसल, ED ने प्रिवेंशन आफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट-2002(PMLA) के तहत एक मामला दर्ज किया था। 2013 में एक लोअर कोर्ट ने बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था। इसके बाद ED ने एक मामला दर्ज किया था। कांग्रेस पार्टी ने 1938 में एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नामक कंपनी बनाई थी। यही नेशनल हेराल्ड अखबार पब्लिश करती थी। 26 फरवरी 2011 को AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज बताया गया था। इसे उतारने यंग इंडिया लिमिटेड नाम से एक नई कंपनी खड़ी की गई। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% बताई जाती है। यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए थे। जांच में पता चला है कि इसमें पैसों का हेरफेर हुआ। ED इसी मामले की जांच कर रही है।
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