कोरोना वायरस की चपेट में पूरी दुनिया है। हर देश अपने अपने स्तर पर इससे निपटने के लिए जंग लड़ रहा है। इसी बीच ट्विटर पर मंगलवार को #WHO_With_Rahul ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थक और तमाम नेता इस ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस की चपेट में पूरी दुनिया है। हर देश अपने अपने स्तर पर इससे निपटने के लिए जंग लड़ रहा है। इसी बीच ट्विटर पर मंगलवार को #WHO_With_Rahul ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थक और तमाम नेता इस ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। साथ ही राहुल गांधी का एक पुराना ट्वीट भी शेयर कर रहे हैं। आईए जानते हैं कि क्या मामला है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक ट्वीट किया। इसमें लिखा, कथित लॉकडाउन के चलते कोरोना वायरस से किसी देश को राहत मिल सकती है। लेकिन केवल इसी से सब कुछ नहीं होगा। देशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे बीमारी की पहचान करें और टेस्ट करें और आइसोलेट करें। हर केस की निगरानी करें और उनके कॉन्ट्रेक्ट को खोजें।
इस ट्वीट का राहुल गांधी से क्या है कनेक्शन?
दरअसल, राहुल गांधी ने 16 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने कहा था, पिछले 2 महीने में मैंने कई एक्सपर्ट्स से बात की है। लॉकडाउन एक पॉज बटन है। यह कोरोना जैसी महामारी का हल नहीं है। जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा, तो इसका असर फिर दिखना शुरू हो जाएगा। लॉकडाउन आपको सिर्फ तैयारियों के लिए वक्त देगा। हमें ज्यादा जांच करनी होगी, जिससे ये पता चल सके कोरोना कहां कहां है।
इससे पहले 13 अप्रैल को राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने कहा था, लॉकडाउन के चलते किसानों, मजदूरों और दिहाड़ी मजदूरों, उद्योगतियों के लिए काफी मुसीबतें आई हैं। इससे निपटने के लिए बड़े पैमाने पर टेस्ट करने की जरूरत है ताकि वायरस के हॉटस्पॉट का पता चल सके और लोगों को आइसोलेट किया जा सके।
राहुल समर्थन हो रहे खुश
WHO का यह ट्वीट कांग्रेस नेताओं और समर्थकों के लिए खुशी की लहर ले कर आया है। लोग इसे राहुल के विचार को आगे बढ़ाना बता रहे हैं तो कोई कह रहा है कि WHO भी राहुल की बात से सहमत है और यह राहुल गांधी ने काफी समय पहले ही कह दिया।
कुछ समर्थन पीएम मोदी से करने लगे तुलना