कोरोना संकट में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाएगा Railway, ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया जाएगा

कोरोना संकट के बीच राज्यों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में रेलवे ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) और ऑक्सीजन सिलेंडरों को ले जाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस का फैसला किया है। इतना ही नहीं ये ट्रेनें जल्द से जल्द पहुंचें, इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं।

Asianet News Hindi | Published : Apr 18, 2021 1:06 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच राज्यों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में रेलवे ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) और ऑक्सीजन सिलेंडरों को ले जाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस का फैसला किया है। इतना ही नहीं ये ट्रेनें जल्द से जल्द पहुंचें, इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं।

रेल मंत्रालय ने बयान जारी कर ऑक्सीजन एक्सप्रेस के फैसले की जानकारी दी। दरअसल, कोरोना से संक्रमित होने के बाद मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में कई राज्यों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सरकारों ने रेलवे से अपील की थी कि यह पता लगाया जाएगा कि रेलवे लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों को ले जा सकती है।

इन जगहों से भरी जाएगी ऑक्सीजन
रेलवे ने बताया, ट्रायल्स के बाद खाली टैंकरों को कलमबोली-बोइसर से मुंबई भेजा जाएगा और फिर वहां से वाइजाग जमशेदपुर-राउरकेला-बोकारो भेजा जाएगा। वहां इनमें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भरी जाएगी।  

रोल ऑन रोल ऑफ सर्विस के जरिए लाया जाएगा ऑक्सीजन
राज्यों की मांग को देखते हुए रेलवे ने इस दिशा में कदम उठाया। रेलवे के मुताबिक, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को रोल ऑन रोल ऑफ सर्विस के जरिए ले जाया जा सकता है। इतना ही नहीं टैंकर्स को फ्लैट वैगंस पर रखना होगा। 
 
सड़क रास्तों में कई स्थानों पर रोड ओवरब्रिज आदि होने से सभी टैंकर्स नहीं जा सकते। ऐसे में 3320 मिमी ऊंचाई वाले रोड टैंकर मॉडल T 1618 का इस काम में इस्तेमाल किया जाएगा। इसी आधार पर रेलवे ने ट्रायल भी किए। 15 अप्रैल को हुए ट्रायल में डीबीकेएम वैगन को मुंबई के कलमबोली गुड्स शेड में लाया गया। यहां LMO से भरा एक टी 1618 टैंकर भी यहां लाया गया।

इन ट्रायल्स के बाद 17 अप्रैल को रेलवे ने स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नरों के साथ मिलकर बैठक की। इसमें फैसला किया गया कि महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर टैंकर्स का इंतजाम करेंगे। रविवार को रेलवे के बोइसर में इसका ट्रायल किया गया। महाराष्ट्र की ओर से 19 अप्रैल तक इन टैंकरों को मुहैया कराने का वादा किया है।
 
रेलवे ने  3 लाख आइसोलेशन बेड किए तैयार 
पिछले साल की तरह इस बार भी रेलवे ने कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी कमर कस ली है।  रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि दिल्ली में शकूरबस्ती स्टेशन पर कोरोना मरीजों के लिए 50 कोच तैयार किए गए हैं। इनमें 800  बेड हैं। इसी तरह आनंद विहार स्टेशन पर 25 कोच कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि रेलवे देशभर में 3 लाख से अधिक आइसोलेशन बेड्स का इंतजाम कर सकती है।

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