महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने तब्लीगी जमात के चलते देशभर में कोरोना के संक्रमण के मामले बढ़ने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राज ठाकरे ने कहा, ऐसे लोगों को गोली मार देनी चाहिए। साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों के इलाज पर भी सवाल उठाए हैं।
मुंबई. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने तब्लीगी जमात के चलते देशभर में कोरोना के संक्रमण के मामले बढ़ने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राज ठाकरे ने कहा, ऐसे लोगों को गोली मार देनी चाहिए। साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों के इलाज पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा, इन लोगों का इलाज क्यों किया जा रहा है।
राज ठाकरे का ये बयान ऐसे वक्त पर आया, जब तब्लीगी जमात को लेकर देशभर में चर्चा है। राज ठाकरे ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी ये प्रतिक्रिया दी।
जो मरकज में शामिल हों, उन्हें गोली मार देना चाहए- ठाकरे
राज ठाकरे ने कहा, लॉकडाउन के वक्त भी जो लोग मरकज जैसे कार्यक्रमों में जो लोग शामिल हो रहे हैं, उन्हें गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने कहा, इस संकट के वक्त भी जिन लोगों को ऐसा लग रहा है कि धर्म सबसे बड़ा है और बीमारी को फैलाने की साजिश रच रहे हैं, ऐसे लोगों को पीटना चाहिए। उन्होंने कहा, ऐसे वक्त में मुल्ला और मौलवी कहां हैं। ये लोग लोगों के मन में संदेह पैदा कर रहे हैं। यदि कोई पार्टी इस वक्त कदम उठाती है, तो उसे दोष ना दें।
लॉकडाउन को गंभीरता से लें
राज ठाकरे ने कहा, लॉकडाउन को गंभीरता से लेने की जरूरत है। यदि हम इसे गंभीरता से नहीं लेते तो लॉकडाउन को बढ़ाना पड़ेगा। इसका असर हम लोगों पर ही पड़ेगा। इससे उद्योग धंधे बंद रहेंगे और आर्थिक संकट भी पैदा होगा। साथ ही ठाकरे ने कहा, पीएम मोदी को 5 अप्रैल को दीया जलाने की बजाय लोगों में उम्मीद जगाना चाहिए था।
दिल्ली में जुटे थे भारत समेत कई देशों के जमाती
दिल्ली के निजामुद्दीन में 1 मार्च से 15 मार्च तक तब्लीगी मरकज जमात का आयोजन हुआ था। इसमें भारत के कई राज्यों समेत अन्य देशों के मुस्लिम शामिल हुए थे। लॉकडाउन के बाद भी यहां करीब 2000 लोग रह रहे थे। इस जमात के लोग राज्य के जिन जिन इलाकों में गए वहां बहुत तेजी से संक्रमण फैला। सरकार का कहना है कि 14 राज्य में इन तब्लीगी जमात के लोगों से कोरोना फैला। सभी राज्यों में इन लोगों की तलाश कर आइसोलेशन सेंटर और अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।