राजस्थान में सियासी उठापटक अभी भी जारी है। रविवार को कांग्रेस ने एक बार फिर सचिन पायलट से लौटने की अपील की। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, सचिन पायलट से कांग्रेस नेतृत्व ने 6 से अधिक बार बात कर परिवार में लौटकर अपनी बात रखने के लिए कहा है।
जयपुर. राजस्थान में सियासी उठापटक अभी भी जारी है। रविवार को कांग्रेस ने एक बार फिर सचिन पायलट से लौटने की अपील की। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, सचिन पायलट से कांग्रेस नेतृत्व ने 6 से अधिक बार बात कर परिवार में लौटकर अपनी बात रखने के लिए कहा है। लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला है। उधर, भाजपा ने कहा, हम सचिन पायलट को पार्टी में शामिल होने का न्योता नहीं देंगे। लेकिन अगर वे आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, कांग्रेस नेतृत्व ने 6 से अधिक बार सचिन पायलट से बात कर उन्हें परिवार में वापस लौट अपनी बात रखने के लिए कहा है, अब ये निर्णय उन्हें लेना है कि उन्हें भाजपा के मायाजाल और षड्यंत्र में फंसना है या फिर परिवार में बैठकर मतभेद को सुलझाना है।
विधायकों की खरीद नहीं कर पा रही भाजपा- कांग्रेस
उधर, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, भाजपा का कहना है कि हमने फ्लोर टेस्ट की मांग ही नहीं की। आप फ्लोर टेस्ट की मांग तो तब करेंगे जब आप विधायकों को तोड़ लेंगे, आप विधायकों को खरीद नहीं पा रहे तो फ्लोर टेस्ट की मांग कैसे करेंगे।
गहलोत की सरकार जुगाड़ की सरकार है- भाजपा
उधर, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, अशोक गहलोत की सरकार जुगाड़ की सरकार है। अगर बागी विधायक इस्तीफा दे देते हैं तो ये सरकार गिर जाएगी। उनके पास बहुमत नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा, भाजपा अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी।
सचिन पायलट पार्टी में शामिल होते हैं तो उनका स्वागत- पुनिया
पुनिया ने कहा, हम राजस्थान के पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। सोच समझकर ही कोई कदम उठाया जाएगा। पायलट के शामिल होने पर पुनिया ने कहा, हम उन्हें न्योता नहीं देंगे। लेकिन अगर वे पार्टी में शामिल होना चाहते हैं तो हम तैयार हैं।
नाराज हैं पायलट, 18 विधायकों के साथ हरियाणा में डाला डेरा
सचिन पायलट पिछले कुछ दिनों से अशोक गहलोत सरकार और कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। फिलहाल उन्होंने 18 बागी विधायकों समेत हरियाणा में डेरा डाला हुआ है। उधर, कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में शामिल ना होने के चलते उन्हें डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है।