Rajasthan Politics Live: कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव तक सबको राहत, बैकफुट पर बागी, कुछ दिनों गहलोत की कुर्सी सेफ

राजस्थान में कांग्रेस सरकार के भीतरखाने में एक बार फिर भूचाल आया है। अशोक गहलोत व सचिन पायलट खेमा आमने सामने तो है ही, गहलोत समर्थक विधायक केंद्रीय नेतृत्व को भी चुनौती दे रहे हैं। राजस्थान इकाई में आपसी फूट भी उजागर सार्वजनिक हो चुकी है।

Dheerendra Gopal | Published : Sep 26, 2022 12:13 PM IST / Updated: Sep 27 2022, 12:28 AM IST

Rajasthan Political crisis: भारत जोड़ो यात्रा कर रहे राहुल गांधी की अपनी पार्टी में टूट दिख रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सचिन पायलट के बीच गुटबाजी चरम पर पहुंच चुकी है। कांग्रेस शासित एक और राज्य में उसके नेता ही पार्टी की लुटिया डुबोने में लगे हुए हैं। पिछले 24 घंटे से चल रहे सियासी ड्रामा के सबसे बड़े सूत्रधार कांग्रेस के होने वाले मुखिया अशोक गहलोत को माना जा रहा है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी की कमान अपने पास रखने के लिए उन्होंने अपने समर्थक विधायकों को खुली छूट दे दी कि वे हाईकमान को चुनौती दे दें। रविवार की देर रात में विधायकों ने न केवल केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मीटिंग का बहिष्कार किया बल्कि अपनी बात मनवाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंचकर 90 से अधिक विधायकों ने इस्तीफे की धमकी तक दे डाली। हालांकि, केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन व मल्लिकार्जुन खड़गे ने विधायक दल की मीटिंग कैंसिल करने के साथ ही दिल्ली दोनों धड़ों के नेताओं को तलब कर लिया। सोमवार को दोनों पर्यवेक्षकों ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर पूरी घटना के बारे में जानकारी दी है। राजस्थान के बारे में जानने के बाद कांग्रेस सुप्रीमो ने लिखित रिपोर्ट मांगी है। मंगलवार को दोनों नेता रिपोर्ट सौंपेंगे। पूरे दिन चले राजस्थान के सियासी ड्रामे का जयपुर से दिल्ली तक का यह है अपडेट...

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