राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सभी सदस्य गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात पीएम के सरकारी आवास लोक कल्याण मार्ग पर शाम 5.30 बजे होगी।
नई दिल्ली. अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर कवायद तेज हो चुकी है। ट्रस्ट की मीटिंग में ट्रस्ट के अध्यक्ष के चयन के बाद अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सभी सदस्य आज यानी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात पीएम के सरकारी आवास लोक कल्याण मार्ग पर शाम 5.30 बजे होगी। इससे पहले बुधवार को ट्रस्ट की बैठक हुई, जिसमें महंत नृत्य गोपालदास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और चंपत राय को महासचिव बनाया गया।
इस मुलाकात से पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि मंदिर एक-दो महीने में बनना शुरू हो जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में ही बनकर तैयार हो जाएगा।
बैठक में लिए गए कई अहम फैसले
सुप्रीम कोर्ट में रामलला के वकील रहे के. परासरण के घर जब बुधवार को ट्रस्ट की पहली बैठक हुई। उस दौरान मंदिर निर्माण को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। जिसमें राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास को ट्रस्ट का अध्यक्ष नियुक्ति किया गया। जबकि विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय ट्रस्ट के महासचिव बनाया गया। वहीं, गोविंद देव गिरी महाराज को कोषाध्यक्ष बनाया गया। साथ ही रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और पीएम मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को राम मंदिर भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
एसबीआई में खोला जाएगा अकाउंट
15 दिनों बाद भवन निर्माण समिति अपनी रिपोर्ट पेश करेगी, जिसके बाद मंदिर निर्माण की तारीख तय होगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का बैंक अकाउंट अयोध्या SBI बैंक में खोला गया है। अकाउंट का संचालन गोविन्ददेव गिरि महाराज और चंपत राय संयुक्त तौर पर करेंगे। राम मंदिर निर्माण के लिए दिल्ली की फर्म वी शंकर अय्यर एंड कंपनी को ट्रस्ट के लिए चार्टेड अकाउंटेंट नियुक्ति किया गया है। ट्रस्ट की अगली बैठक भी अयोध्या में होगी।
पीएम मोदी ने किया था ट्रस्ट का ऐलान
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया। इसकी जानकारी पीएम मोदी ने खुद लोकसभा में दी। ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर फैसले लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा।