कोरोना वायरस की वजह से देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। लॉकडाउन से आम आदमी की आर्थिति स्थिति प्रभावित हो रही है। इसे संभालने के लिए रिजर्ब बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने घोषणा की है कि 3 महीने तक EMI नहीं देनी होगी।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस की वजह से देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। लॉकडाउन से आम आदमी की आर्थिति स्थिति प्रभावित हो रही है। इसे संभालने के लिए रिजर्ब बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने घोषणा की है कि आगामी 3 महीने तक यानी 30 जून तक EMI नहीं देनी होगी। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, सहकारी बैंकों, NBFC (हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों सहित) और ऋण संस्थानों सहित सभी वाणिज्यिक बैंकों को 1 मार्च तक बकाया सभी ऋणों के लिए किश्तों के भुगतान पर 3 महीने की मोहलत देने की अनुमति दी जा रही है।
ऐसे में Asianet News ने चार्टर्ड एकाउंटेंट कार्तिक गुप्ता से बात की और सरल भाषा में सवाल-जवाब के फॉर्म में जानना चाहा कि आखिर EMI में तीन महीन की छूट के क्या मायने हैं?
सवाल- EMI में तीन महीने की छूट। इसके क्या मायने हैं?
जवाब- पहले क्या होता था कि कोई व्यक्ति अपना EMI नहीं चुकाता था तो वह लोन स्टैंडर्ड से नॉन परफॉर्मिंग में कनवर्ट हो जाता था। इससे उस व्यक्ति का सिबिल खराब होता था। लेकिन अब अगले तीन महीने तक EMI नहीं चुका पाते हैं तो आपका सिबिल खराब नहीं होगा। उसपर कोई असर नहीं पड़ेगा। तीन महीने बाद EMI चुका सकते हैं।
सवाल- इसमें कौन-कौन से बैंक आएंगे, जिनकी EMI चुकाने में छूट मिली है?
जवाब- इसमें सभी बैंक आएंगे। सभी कामर्शियल बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, छोटे फाइनेंस बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित), सहकारी बैंक (कॉपरेटिव बैंक), सभी भारतीय फाइनेंशियल इन्स्टीट्यूशन और NBFC (हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों और माइक्रो-फाइनेंस संस्थानों सहित) (उधार देने वाली संस्थाएं) पर यह घोषणा लागू होती है।
जवाब- किस तारीख तक के लोन की EMI (किश्त) में छूट मिलेगी?
जवाब- 1 मार्च 2020 तक का कोई भी लोन लिया हो, उसकी EMI पर छूट मिलेगी।
सवाल- किस तरह की EMI में छूट मिलेगी?
जवाब- आरबीआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि होम लोन, पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन, ऑटो लोन और ऐसा कोई भी लोन जो एक फिक्स टाइम के लिए लिया गया हो। इसमें मोबाइल, फ्रिज और टीवी के लोन भी शामिल हैं।
सवाल- किन-किन लोगों को छूट मिलेगी?
जवाब- यह ऑप्शनल है। यानी अगर जो भी EMI दे रहा है अगर वह चाह रहा है कि उसे 3 महीने तक EMI नहीं भरना है तो वह न भरे। कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन अगर कोई चाह रहा है कि नहीं, EMI भरना है तो वह भर सकता है। यानी EMI देने वाले सभी लोगों के पास छूट का विकल्प है।
सवाल- अगर मैंने क्रेडिट कार्ट से कोई खरीदारी की है और उसे EMI में कनवर्ट कराया है तो क्या उसमें भी छूट मिलेगी?
जवाब- जी नहीं। क्रेडिट कार्ट की EMI पर छूट नहीं मिलेगी।
सवाल- क्या क्रेडिट कार्ड का बिल भरने में छूट मिलेगी?
जवाब- नहीं। क्रेडिट कार्ड का बिल जैसे भरते थे वैसे ही भरना होगा। क्रेडिट कार्ड की इन्टॉलमेंट टर्म लोन नहीं है। यह एक सुविधा दी जाती है बैंक की तरफ से। तो उसपर यह छूट नहीं मिलेगी।
सवाल- अगर मैं 3 महीने तक EMI नहीं देना चाहता हूं तो मुझे क्या करना होगा?
जवाब- बहुत सिंपल है। देखिए। जैसे हम एक महीने की EMI मिस कर जाते हैं तो अगले महीने ब्याज जुड़कर EMI की कॉस्ट बैंक भेजता है, फिर हमें दो महीने की EMI ब्याज सहित भरनी पड़ती है। लेकिन अब 3 महीने तक ऐसा नहीं होगा। आप EMI नहीं भरेंगे तो बैंक कोई ब्याज नहीं जोड़ेगा। कोई पेनाल्टी चार्ज नहीं जोड़ेगा। यानी EMI मत भरिए। कोई पूछने नहीं आएगा कि क्यों नहीं भरा। बैंक को अलग से नहीं कहना होगा।
सवाल- अगर मेरी EMI ऑटो डिडक्शन होती है तो उस कंडीशन में मैं 3 महीने तक अपनी EMI कैसे रोकूं?
जवाब- ऑटो डिडक्शन होती है क्योंकि आपने ECS का फॉर्म भरा है। ऐसी कंडीशन में आपको बैंक से संपर्क करके बताना होगा कि आप तीन महीने की EMI नहीं भरना चाहते हैं। लॉकडाउन के दौरान भी बैंक खुले हुए हैं।
सवाल- मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी EMI रोक दी गई है?
जवाब- आरबीआई ने अभी तक इस बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं। एक बार दिशानिर्देश जारी किए जाने के बाद ही यह पता लग सकेगा।
सवाल- 3 महीने तक EMI नहीं देने पर मेरा सिबिल तो खराब नहीं होगा?
जवाब- नहीं। 3 महीने तक EMI नहीं भरने पर सिबिल पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
सवाल- 3 महीने तक EMI नहीं भरा तो क्या उसे बाद में देना होगा या उसमें छूट मिल जाएगी?
जवाब- EMI का जो अमाउंट आप भरते हैं वो तो देना होगा। उसमें छूट नहीं मिलेगी। मान लीजिए आपने 36 महीने की EMI बनवाई है। 3 महीन तक EMI नहीं दिया तो वह EMI इन्हीं 36 महीनों में ही देनी है। RBI ने अभी इसके लिए कोई गाइड लाइन नहीं जारी की है, लेकिन हो सकता है कि बैंक इन 3 महीने की EMI को आगे के जून, जुलाई और अगस्त के महीनों में ले। उदाहरण के तौर पर अगर आप 10 हजार की EMI भरते हैं। 3 महीने तक EMI नहीं भरी। 3 महीने की EMI जुड़कर 30 हजार रुपए हो गए। ऐसे में हो सकता है इसे अगले तीन महीनों में लिया जाएगा। जैसे कि जून की EMI में 10 हजार रुपए जुड़कर आए और आपको जून में 20 हजार, जुलाई की 20 हजार और अगस्त की 20 हजार रुपए की EMI भरना पड़े।