मोदी सरकार 2.0 द्वारा अपना पहला पूर्ण बजट 2020-21 आज यानी शनिवार को पेश किया गया। सत्ता पक्ष के नेताओं ने बजट की तारीफ की है। जबकि विपक्षी नेताओं ने बजट की जमकर आलोचना की।
नई दिल्ली. मोदी सरकार 2.0 द्वारा अपना पहला पूर्ण बजट 2020-21 आज यानी शनिवार को पेश किया गया। जिसमें मोदी सरकार ने मध्यमवर्गीय, किसान समेत अन्य मुद्दों पर अपना ऐलान किया। इन सब के बीच नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आईं हैं। जिसमें सत्ता पक्ष के नेताओं ने बजट की तारीफ की है। जबकि विपक्षी नेताओं ने बजट की जमकर आलोचना की है।
अमित शाह, गृहमंत्रीः किसानों, गरीबों, वेतनभोगी मध्यम वर्ग और व्यवसायी वर्ग को लाभ पहुँचाने वाले एक सर्वस्पर्शी व कल्याणकारी आम बजट के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हृदय से बधाई देता हूँ।
केंद्रीय मंत्री, प्रकाश जावड़ेकरः GST का कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है और हाल ही में इसने 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। GST काउंसिल की ओर से लोगों की समस्याओं को सुना जा रहा है।
संजय सिंह, आप नेताः दिल्ली के लोगों को बड़ी उम्मीद थी कि इस बजट से उनको कुछ मिलेगा लेकिन इस बजट से उनको निराशा हाथ लगी। एक दिशाहीन, निराशाजनक बजट पेश किया गया। ये एक जुमला बजट है।
देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र पूर्व CM: निर्मला सीतारमण जी ने जो आज बजट पेश किया उसके लिए मैं उनको और पीएम मोदी जी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं ये बहुत ही प्रगतिशील बजट है, देश के सामने जो चुनौतियां थी उन चुनौतियों को समझकर अगले दशक का एक प्रकार से रोड मैप इस बजट में दिया हुआ है।
राहुल गांधी ने कहा, "भारत के सामने आज मुख्य मुद्दा बेरोज़गारी और अर्थव्यवस्था की हालत है। इसपर कोई केंद्रीय ठोस रणनीतिक योजना इस बजट में नहीं थी। इतिहास में सबसे लंबा बजट था, परन्तु उसमें कुछ था नहीं, खोखला था।"
केंद्रीय मंत्री समृति इरानी: Budget 2020 Textile इंडस्ट्री के लिए एक ऐतिहासिक बजट है। आज एंटी डंपिंग जो MMF सेक्टर की बहुत बड़ी चुनौती थी उसका समाधान देने के लिए मैं प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री जी का आभार व्यक्त करती हूं।कर में राहत मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए दिवाली से कम नहीं।
कांग्रेस नेता शशि थरूर: एक अच्छी चीज शायद आयकर में दी गई छूट हो सकती है। 12.5 लाख के नीचे की आय वाले मध्यम वर्गीय परिवारों को इससे राहत मिलेगी। उसके अलावा बजट में कुछ खास नहीं लगा।
रमेश पोखरियाल, केंद्रीय मंत्री: पहले की अपेक्षा काफी बड़ा है, स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा दोनों के लिए पहले की अपेक्षा बढ़कर पर्याप्त बजट आया है।
योगी आदित्यनाथ- मोदी सरकार को बधाई देता हूं। यह बजट देश के बुनियादी ढांचागत विकास के साथ ही किसानों के उन्नयन के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। देश की वर्तमान आवश्यकता के अनुसार देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने वाला बजट है।
मुख्तार अब्बास नक़वी- ये बजट प्रेक्टिकल, प्रफोर्मिंग और पीपल फ्रेडली बजट है, हम तूफान से कश्ती निकाल कर लाए हैं, जिस तरह कि स्थिति थी, इस बजट में गांव, गरीब, किसान, खेत-खलियान, नौजवान सबका ध्यान रखा गया है। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने वाला बजट है।
अखिलेश यादव: बजट ने देश के किसानों और नौजवानों को निराश किया है। उत्तर प्रदेश जहां सरकार खुद स्वीकार करती है कि नई पीढ़ी सबसे ज्यादा है। लेकिन नई पीढ़ी के सपनों को पूरा करने के लिए क्या है इनके पास। कहां है नौकरी, रोजगार और इन्वेस्टमेंट।
हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय मंत्री - यह सरकार जब से आई है एक के बाद एक इतिहास रच रही है। बड़े-बड़े ऐसे फैसले जो 70 साल से अटके हैं उन्हें अंजाम दिया है। हर तरह के पैरामीटर को देखते हुए सरकार का पूरा जोर राहत देने का है।