अब कुतुब मीनार पर Controversy: हिंदू संगठनों ने बताया इसे विष्णु स्तंभ, भगवा झंडे फहराते हुए पढ़ा हनुमान चालीस

Published : May 10, 2022, 02:46 PM ISTUpdated : May 10, 2022, 02:57 PM IST
अब कुतुब मीनार पर Controversy: हिंदू संगठनों ने बताया इसे विष्णु स्तंभ, भगवा झंडे फहराते हुए पढ़ा हनुमान चालीस

सार

मंगलवार को दिल्ली स्थित प्रसिद्ध कुतुब मीनार(Qutub Minar) पर हंगामे की स्थिति बन गई। हिंदू संगठनों ने इस मीनार को विष्णु स्तंभ बताते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने भगवा झंडे लहराए हनुमान चालीसा(Hanuman Chalisa) पढ़ा। हालांकि इससे पहले कि प्रदर्शनकारी कुतुब मीनार तक पहुंचते, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

नई दिल्ली. दिल्ली की कुतुब मीनार को लेकर विवाद बढ़ गया है। मंगलवार को हिंदू संगठनों ने वहां प्रदर्शन किया। हिंदू संगठनों ने इस मीनार को विष्णु स्तंभ बताते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने भगवा झंडे लहराए हनुमान चालीसा(Hanuman Chalisa) पढ़ा। हालांकि इससे पहले कि प्रदर्शनकारी कुतुब मीनार तक पहुंचते, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार हनुमान चालीसा पढ़ते हुए भगवा झंडा लिए हिंदू संगठनों से जुड़े लोग कुतुब मीनार की तरफ जा रहे थे, लेकिन वहां पहले से ही मौजूद पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। प्रदर्शन की खबर पहले से ही थी, लिहाजा कुतुब मीनार जाने के रास्ते में बैरिकेड लगा दिए गए थे। पुलिस ने यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जयभगवान गोयल को सुबह हाउस अरेस्ट कर लिया था।

यूनाइटेड हिंदू फ्रंट ने दिया तर्क
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के एक नेता ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि कुतुब मीनार हकीकत में विष्णु स्तंभ है। उन्होंने तर्क दिया कि कुतुब मीनार का निर्माण 27 जैन और हिंदू मंदिरों को गिराकर किया गया था। इसलिए इस परिसर में लगी जैन व हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियों का जीणोंद्धार करके सम्मान सहित उनकी फिर से स्थापित होनी चाहिए। संगठन ने यहां पूजा करने की अनुमति भी मांगी है।

दिल्ली की कोर्ट में पहुंचा है यह मामला
कुतुब मीनार से जुड़ा विवाद दिल्ली की एक कोर्ट में पहुंच चुका है। पिछले दिनों कुतुब मीनार परिसर में रखी दो गणेश मूर्तियों को हटाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली की एक अदालत ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। हुआ यूं था कि यहां गणेश मूर्तियों के रखे होने को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण ने अपमानजनक बताया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से कहा गया था कि वो इन मूर्तियों को वहां से हटाकर राष्ट्रीय संग्रहालय में रखवा दे। मामला जब कोर्ट पहुंचा, तो यथास्थिति के आदेश हुए। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया था कि भविष्य में एएसआई का मूर्तियों को हटाने का कोई विचार नहीं है। इस मामले में सनातन हिंदुओं की तरफ से कोर्ट में दलील रखने वाले वकील हरिशंकर जैन ने तर्क दिया था कि कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद परिसर में भगवान गणेश की दो मूर्तियां नीचे पड़ी हैं। इससे करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं।

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