अनिल अंबानी ने दिया रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक पद से इस्तीफा

रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी (Anil Ambani) ने रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसा उन्होंने सेबी द्वारा किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के साथ जुड़ने से रोकने के चलते किया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 25, 2022 6:22 PM IST / Updated: Mar 25 2022, 11:55 PM IST

नई दिल्ली। रिलायंस ग्रुप (Reliance Group) के चेयरमैन अनिल अंबानी (Anil Ambani) ने शुक्रवार शाम को रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने उन्हें किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के साथ जुड़ने से रोक दिया था। 

रिलायंस पावर ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि अनिल डी अंबानी, गैर-कार्यकारी निदेशक सेबी के अंतरिम आदेश के अनुपालन में रिलायंस पावर के बोर्ड से हट गए हैं। स्टॉक एक्सचेंज को एक अलग फाइलिंग में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा कि अनिल अंबानी ने सेबी के अंतरिम आदेश के अनुपालन में अपने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है।

दरअसल, सेबी ने फरवरी में रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड, उद्योगपति अनिल अंबानी और तीन अन्य व्यक्तियों को प्रतिभूति बाजार से जुड़ी कंपनी से कथित रूप से धन निकालने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। नियामक ने अंबानी और तीन अन्य को सेबी के साथ पंजीकृत किसी भी मध्यस्थ, किसी भी सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनी या किसी भी सार्वजनिक कंपनी के कार्यवाहक निदेशकों/प्रमोटरों के साथ खुद को जोड़ने से रोक दिया था।

राहुल सरीन को मिली जिम्मेदारी
रिलायंस समूह की दो कंपनियों ने कहा कि राहुल सरीन को आर पावर और आर इन्फ्रा के बोर्ड में शुक्रवार को पांच साल की अवधि के लिए स्वतंत्र निदेशक की क्षमता में अतिरिक्त निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। यह आम बैठक में सदस्यों की मंजूरी के अधीन है। फर्मों ने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से अंबानी के नेतृत्व और कंपनी को बड़ी वित्तीय चुनौतियों के बीच आगे बढ़ाने और आने वाले वित्तीय वर्ष के दौरान संभावित रूप से ऋण मुक्त होने के लिए अमूल्य योगदान पर पूरा भरोसा जताया है।

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उन्होंने यह भी कहा कि बोर्ड मामले को जल्द से जल्द बंद करने और सभी हितधारकों के हित में कंपनी को अपना दृष्टिकोण और नेतृत्व प्रदान करने के लिए अंबानी को वापस आमंत्रित करने के लिए तत्पर है। बोर्ड ने बताया कि पिछले एक साल के दौरान कंपनी ने अपने लगभग 8 लाख शेयरधारकों के लिए अत्यधिक मूल्य बनाया है। शेयर की कीमत 32 रुपए के निचले स्तर से बढ़कर 150 रुपए हो गई है।

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