रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त पहल परियोजना 'वीर गाथा' के तीसरे एडिशन में 1.37 करोड़ छात्रों ने हिस्सा लिया। इनमें से 100 विजेताओं को चुना गया है।
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह 2024 (Republic Day Celebrations 2024) के हिस्से के तहत रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त पहल परियोजना 'वीर गाथा' के तीसरे एडिशन में पूरे देश से काफी शानदार प्रतिक्रिया मिली है। करीब 2.43 लाख स्कूलों के 1.37 करोड़ छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया है। इनमें से 100 विजेताओं को चुना गया है। इन्हें 26 जनवरी को दिल्ली में परेड देखने का मौका मिलेगा।
13 जुलाई 2023 को परियोजना वीर गाथा 3.0 की शुरुआत की गई थी। इसके तहत निबंध और पैराग्राफ लेखन के लिए विचारशील विषयों की श्रृंखला प्रस्तुत की गई थी। छात्रों को अपने चुने हुए रोल मॉडल, विशेष रूप से वीरता पुरस्कार विजेताओं पर निबंध लिखने के लिए कहा गया था। इसके अलावा छात्रों को रानी लक्ष्मीबाई की तरह किसी भी स्वतंत्रता सेनानी की जीवन कहानियों के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। इन सुझाए गए विषयों में 1857 का पहला स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता संघर्ष में आदिवासी विद्रोह की महत्वपूर्ण भूमिका भी शामिल थी।
इस परियोजना के कार्यान्वयन में स्कूल द्वारा अपने स्तर पर गतिविधियों को आयोजित करना, विभिन्न स्कूलों में ऑफलाइन व ऑनलाइन मोड में वीरता पुरस्कार विजेताओं द्वारा राष्ट्रव्यापी बातचीत कार्यक्रम और माईगॉव पोर्टल पर शीर्ष प्रविष्टियां जमा करना शामिल था। वीर गाथा 3.0 के लिए विद्यालय-स्तरीय गतिविधियां 30 सितंबर, 2023 को संपन्न हुईं।
यह भी पढ़ें- केंद्रीय कैबिनेट ने लगाई अयोध्या अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर मोहर, 30 दिसंबर को PM ने किया था उद्घाटन
विजेता को मिलेगा 10,000 रुपए पुरस्कार
राज्य और जिला स्तर पर मूल्यांकन की श्रृंखला के बाद लगभग 3,900 लेख राष्ट्रीय स्तर के मूल्यांकन के लिए पेश किए गए। शिक्षा मंत्रालय की ओर से इनमें से 100 लेखों का चयन किया गया। हर एक विजेता को 10,000 रुपए नकद पुरस्कार मिलेगा। उन्हें विशेष अतिथि के रूप में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड- 2024 देखने का अवसर मिलेगा।
यह भी पढ़ें- पीएम मोदी की यात्रा के बाद गूगल सर्च में टॉप पर लक्षद्वीप, जानें मालदीव पर होगा कैसा असर