भारत 26 जनवरी को 72वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था, तभी से इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाने लगा। देश की सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए गणतंत्र दिवस पर परेड निकाली जाती है। हर साल इस परेड में लाखों लोग शामिल होते हैं।
नई दिल्ली. भारत 26 जनवरी को 72वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था, तभी से इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाने लगा। देश की सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए गणतंत्र दिवस पर परेड निकाली जाती है। हर साल इस परेड में लाखों लोग शामिल होते हैं। लेकिन इस बार कोरोना के चलते सीमित संख्या में लोगों को शामिल होने की इजाजत दी गई है। इस गणतंत्र दिवस पर कोई विदेशी अतिथि परेड समारोह में शामिल नहीं हो रहा है।
Republic Day : कब निकलेगी परेड, कहां से कहां तक होगी
मंगलवार को परेड सुबह 9.50 विजय चौक से निकलेगी। यहां से नेशनल स्टेडियम जाएगी। झांकी विजय चौक से शुरू होकर लाल किले की ओर बढ़ेगी। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण समारोह सुबह 9 बजे होगा।
विजय चौक से परेड शुरू होकर राजपथ, अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट, तिलक मार्ग से गुजरेगी।
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ट्रैफिक पर रहेगी रोक
परेड जहां से होकर गुजरेगी, उन जगहों पर ट्रैफिक मूवमेंट बंद रहेगा। सोमवार सुबह 6 बजे से विजय चौक पर परेड खत्म होने तक ट्रैफिक पर रोक है। वहीं, दिल्ली पुलिस के मुताबिक, राजपथ पर सोमवार से क्रॉस ट्रैफिक पर रोक रहेगी।
वहीं, इंडिया गेट मंगलवार सुबह 5 बजे से परेड खत्म होने तक बंद रहेगा। इसके अलावा तिलक नगर, बहादुर शाह जफर मार्ग और सुभाष मार्ग पर भी ट्रैफिक बंद रहेगा।
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कैसी है सुरक्षा व्यवस्था?
गणतंत्र दिवस के मद्देनजर दिल्ली में जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा हजारों सशस्त्र जवान तैनात किए गए हैं। दिल्ली में चप्पे चप्पे की निगरानी कर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। इसके अलावा किराएदार, नौकरों, पुरानी कारों की खरीद फरोख्त करने वाले डीलरों, सिम कार्ड डीलरों का सत्यापन किया गया है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड पर कड़ी सुरक्षा की गई है। इसके अलावा होटलों को निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि नजर आने पर तुरंत पुलिस को सूचना दी जाए।
इसके अलावा पुलिस ने परेड क्षेत्र में पैरा मोटर्स, पैरा ग्लाइडर, हैंग ग्लाइडर, यूएवी, रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट, हॉट एयर बैलून, पैरा जंपिंग पर रोक लगाई है।
सिर्फ 25000 लोगों को परेड देखने की अनुमति
1- इस साल सिर्फ 25000 लोगों को परेड देखने की अनुमति दी गई है। जबकि पिछले साल 150,000 लोगों ने राजपथ पर परेड को देखा था। वहीं, इस बार 300 की जगह 200 मीडिया कर्मी इसमें शामिल हो पाएंगे।
2- इस बार दर्शकों को बहुत कुछ नया दिखने वाला है। जवान मास्क पहने नजर आएंगे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए परेड में इस बार दस्ते की चौड़ाई भी कम होगी। हर दस्ते में अभी तक 144 लोग मौजूद रहते थे, इस बार यह संख्या 96 होगी।
3- कोरोना के चलते परेड की लंबाई कम की गई है। इस बार परेड विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। जबकि हर साल गणतंत्र दिवस परेड राजपथ से लालकिले तक जाती थी। कोरोना के चलते परेड में कई बदलाव किए गए हैं। इस बार परेड की लंबाई 8.2 किलोमीटर से घटनाकर 3.3 किलोमीटर की गई है।
4- 5 दशकों में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड पर कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पहले भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया था। लेकिन बाद में कोरोना महामारी के चलते उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया था। इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में गणतंत्र दिवस पर कोई मुख्य अतिथि शामिल नहीं हुआ था।