सार
दो दिन बाद गणतंत्र दिवस (Republic Day) है। ऐसे में परेड के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हालांकि, इस बार कोरोना महामारी का साया परेड पर भी दिखने वाला है। इसके चलते तमाम बदलाव हमें देखने को मिलेंगे। महामारी को देखते हुए कुछ कटौतियां भी की गई हैं। आईए जानते हैं इस बार क्या कुछ नया है और क्या बदलाव दिखने वाला है।
नई दिल्ली. दो दिन बाद गणतंत्र दिवस (Republic Day) है। ऐसे में परेड के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हालांकि, इस बार कोरोना महामारी का साया परेड पर भी दिखने वाला है। इसके चलते तमाम बदलाव हमें देखने को मिलेंगे। महामारी को देखते हुए कुछ कटौतियां भी की गई हैं। आईए जानते हैं इस बार क्या कुछ नया है और क्या बदलाव दिखने वाला है।
1- इस साल सिर्फ 25000 लोगों को परेड देखने की अनुमति दी गई है। जबकि पिछले साल 150,000 लोगों ने राजपथ पर परेड को देखा था। वहीं, इस बार 300 की जगह 200 मीडिया कर्मी इसमें शामिल हो पाएंगे।
2- इस बार दर्शकों को बहुत कुछ नया दिखने वाला है। जवान मास्क पहने नजर आएंगे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए परेड में इस बार दस्ते की चौड़ाई भी कम होगी। हर दस्ते में अभी तक 144 लोग मौजूद रहते थे, इस बार यह संख्या 96 होगी।
3- कोरोना के चलते परेड की लंबाई कम की गई है। इस बार परेड विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। जबकि हर साल गणतंत्र दिवस परेड राजपथ से लालकिले तक जाती थी।
4- कोरोना के चलते परेड में कई बदलाव किए गए हैं। इस बार परेड की लंबाई 8.2 किलोमीटर से घटनाकर 3.3 किलोमीटर की गई है।
5- परेड में विभिन्य राज्यों की झांकी के अलावा बच्चे भी शामिल होते थे। लेकिन इस बार छोटे बच्चे नहीं दिखेंगे। इस बार 15 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे ही शामिल हो पाएंगे। इसके अलावा दिव्यांग बच्चे भी इस बार शामिल नहीं होंगे।
6- 5 दशकों में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड पर कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पहले भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया था। लेकिन बाद में कोरोना महामारी के चलते उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया था। इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में गणतंत्र दिवस पर कोई मुख्य अतिथि शामिल नहीं हुआ था।
ये बदलाव भी दिखेंगे
1- गणतंत्र दिवस परेड पर पहली बार CRPF की झांकी नजर आएगी। इसका विषय 'विषम क्षेत्रों में सीआरपीएफ का युद्ध कौशल' होगा। सभी जवान मास्क में नजर आएंगे।
2- इतना ही नहीं परेड के दौरान सीआरपीएफ के जवान नाइट विजन गॉगल्स (Night Vision Goggles), जिसे किंग ऑफ नाइट विजन भी कहते हैं, पहने नजर आएंगे। ये चश्मे कमांडोज को 120 डिग्री का विजन देते हैं। यानी दायें-बायें और अंधेरे में कोई भी दुश्मन छुपा है, कमांडो उसे देख सकता है। लादेन को खोजते वक्त अमेरिकी कमांडोज ने इन्हीं का इस्तेमाल किया था।
3- रिपब्लिक डे परेड पर भारतीय एयरफोर्स के 38 एयरक्रॉफ्ट, भारतीय सेना के चार हेलिकॉप्टर फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा परेड के दौरान दिखाई देने वाली संरचनाओं में 'रुद्र', 'सुदर्शन', 'रक्षक', 'एकलव्य' और 'ब्रह्मास्त्र' शामिल हैं।
4- भारतीय वायु सेना के मुताबिक, राफेल विमान भी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगे और 'वर्टिकल चार्ली' फॉर्मेशन में फ्लाईपास्ट करेंगे।
5- 1971 भारत पाकिस्तान युद्ध और बांग्लादेश के गठन के 50 साल पूरे होने के मौके पर बांग्लादेश सेना की टुकड़ी परेड में हिस्सा लेगी। इसमें कुल 113 जवान होंगे। इनका नेतृत्व दो लेफ्टिनेंट करेंगे। उनमें से एक लेफ्टिनेंट मार्चिंग दल का नेतृत्व करेगा और दूसरा बैंड की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगा।
6- भारतीय नेवी 1971 युद्ध के दौरान कराची बंदरगाह पर किए हमले का प्रदर्शन करेगी।