विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जी20 के सफल आयोजन के बाद एशियानेट न्यूज से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने तमाम विषयों पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि भारत ने कूटनीति को आधुनिक बनाने के साथ ही लोगों तक पहुंचाया है।
विदेशमंत्री एस जयशंकर ने G20 के सफल आयोजन को लेकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि भारत ने अपनी कूटनीति को आधुनिक बनाने के साथ ही लोगों तक पहुंचाया है। इसी के साथ तमाम अन्य विषयों पर भी उन्होंने अपना पक्ष रखा।
एशियानेट न्यूज से बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि G20 शिखर सम्मेलन के जरिए भारत ने अपनी कूटनीति को आधुनिक बनाया है। इसी के साथ कूटनीति को लोगों तक पहुंचाया गया है। बाली के बाद बहुत कुछ हुआ है। सभी जी20 की बैठकों में बाली को दोहराना कूटनीति नहीं है। उन्होंने कहा कि इस जी20 बैठक के जैसा अनुभव मुझे पहले कभी भी बैठक में नहीं मिला। इसी के साथ अन्य देशों के साथ संबंधों पर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कनाडा से हमारे अच्छे संबंध हैं और खालिस्तान जैसी ताकतें कभी भी लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं है। ग्लोबल साउथ को लेकर उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ सिर्फ एक परिभाषा नहीं है, यह एक भावना है। ग्लोबल साउत को लेकर उठी आवाज ने तकरीबन 125 देशों को एकजुट किया है। यूक्रेन समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि युद्ध के बाद हालात और खराब हो गए हैं और आज कई देशों के लिए भारत एक संभावना बन गया है।
आपको बता दें कि केरल पहुंचे मंत्री एस जयशंकर ने एशियानेट न्यूज के दफ्तर का दौरा किया। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि भारत कनाडा के साथ अच्छे संबंध चाहता है; लोकतांत्रिक देशों की दुनिया के प्रति जिम्मेदारी है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन में संयुक्त बयान इसलिए संभव हो सका क्योंकि सभी ने समझौता किया। जी20 के सफल आयोजन को लेकर भी उनके द्वारा वहां पर बातचीत की गई और तमाम जानकारियां साझा की गई।