सबरीमाला में रास्ता भटके एक बच्चे के रोने का वीडियो सामने आया है। बच्चा अपने पिता को ढूंढ रहा है, जो निलक्कल में भीड़ में खो गए थे।
Sabarimala Temple overcrowded: सबरीमाला में पिछले 5 दिनों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। मंदिर क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ के बावजूद सरकार और प्रशासन ने आंखें मूंद रखी हुई है। विपक्ष लगातार अव्यवस्था पर सरकार को घेर रहा लेकिन प्रबंधन में कोई सुधार नहीं आ सका है। भीड़ की वजह से अव्यवस्था का आलम यह है कि तमाम तीर्थयात्री सबरीमाला मंदिर और भगवान अयप्पा का दर्शन किए बगैर पंडालम से लौटने को मजबूर हो रहे हैं। इस बीच सबरीमाला में रास्ता भटके एक बच्चे के रोने का वीडियो सामने आया है। बच्चा अपने पिता को ढूंढ रहा है, जो निलक्कल में भीड़ में खो गए थे। पुलिस के सामने हाथ जोड़कर बच्चा चिल्लाता वीडियो में दिख रहा है। हालांकि, उसी दौरान उसके पिता दिख गए और वह उनको दूर से ही देखकर पहचान गया।
भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री ने बेहतर व्यवस्था का दिया आदेश
सबरीमाला सीजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पी.विजयन ने अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था का आदेश दिया है ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई दिक्कत न हो। रिव्यू मीटिंग में देवस्वओम मंत्री के राधाकृष्णन, वन मंत्री एके ससींद्रन, मुख्य सचिव डॉ. वी वेणु, देवस्वओम बोर्ड के अध्यक्ष पीएस प्रशांत, राज्य पुलिस प्रमुख शेख दरवेश साहिब, कलेक्टर और अन्य ने भाग लिया।
प्रशासनिक व्यवस्था की बेहद कमी
सबरीमाला की रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सबरीमाला में भीड़ बेकाबू हो जा रही। कई लोग पंडालम में वालिया कोयिक्कल श्री धर्म संस्था मंदिर में दर्शन करने के बाद घर चले जाने को मजबूर हो रहे।
घंटों तक इंतजार करने के बाद पहाड़ पर चढ़ने में असमर्थ होने के बाद, भक्त वापस लौट आते हैं। अभी भी भक्तों की भारी भीड़ है और कोई राहत नहीं है। केएसआरटीसी की बसें घंटों तक ठप रहीं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। पम्पा से, केएसआरटीसी बसें हर दस मिनट में चलती हैं। यातायात व्यवस्था चरमराने से जंगल रुट पर तमाम बसें फंसी हुई हैं। तीर्थयात्री प्लापल्ली इलावुंकल पथ सहित वन क्षेत्र में फंस जाते हैं तो उन्हें पानी या भोजन तक नहीं मिलता है। मंगलवार को 89,981 लोगों ने दर्शन के लिए बुकिंग कराई थी जबकि भीड़भाड़ और प्रतिबंध जारी हैं।
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