राम जन्मभूमि पर मस्जिद बनना था...ऐसी कई बातें कहने वाली इस लड़की का वीडियो वायरल, BJP ने जताई आपत्ति

भाजपा प्रवक्त संबित पात्रा ने जेएनयू छात्र शरजील इमाम का वीडियो ट्वीट करने के एक दिन बाद फिर से दूसरा वीडियो ट्वीट किया। इस बार वीडियो में दिख रहा है कि एक लड़की सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2020 4:46 AM IST

नई दिल्ली. भाजपा प्रवक्त संबित पात्रा ने जेएनयू छात्र शरजील इमाम का वीडियो ट्वीट करने के एक दिन बाद फिर से दूसरा वीडियो ट्वीट किया। इस बार वीडियो में दिख रहा है कि एक लड़की सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही है। प्रदर्शनकारी संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को निर्दोष बताते हुए सुप्रीम कोर्ट पर सवाल खड़े कर रही है।

संबित पात्रा ने क्या लिखा?
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर लिखा, अब उस नापाक शरजील इमाम के बाद जरा इस मोहतरमा को भी सुन लीजिए। "हमें किसी पे भरोसा नहीं है। इस सुप्रीम कोर्ट पर भी विश्वास नहीं। अफजल गुरु निर्दोष था। राम जन्मभूमि पर मस्जिद बनना था...।" उन्होंने लिखा, दोस्तों इतने जहर की खेती इन कुछ ही दिनो में तो नहीं हुआ होगा??।

लड़की ने वीडियो में क्या कहा?
वीडियो में लड़की कहती है, हम सीएए-एनआरसी की वजह से उतरे हैं। सिर्फ उसके खिलाफ नहीं उतरे हैं। हमें एहसास हो रहा है कि हम न सरकार पर भरोसा कर सकते हैं और न उच्चतम न्यायालय पर। उच्चतम न्यायालय ने अफजल गुरु को इंडिया की सामूहिक चेतना के लिए फांसी पर चढ़ाया था। आज पता चलता है कि अफजल गुरु का संसद पर हमले में कोई हाथ नहीं था। अदालत पहले कहती है कि बाबरी मस्जिद के नीचे कोई मंदिर नहीं था, ताला तोड़ना गलत था, मस्जिद गिराना गलत है और फिर कहती है कि यहां मंदिर बनेगा।

शरजील इमाम ने क्या कहा था?
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने जो वीडियो ट्वीट किया, उसमें शरजील ने कहा था, "असम और इंडिया कटकर अलग हो जाए, तभी वह हमारी बात सुनेंगे। असम में मुसलमानों का क्या हाल है। आपको पता है क्या? वहां एनआरसी लागू हो गया है। मुसलमान डिटेंशन कैंप में डाले जा रहे हैं।"

वीडियो में कहा गया, "6-8 महीनों में पता चलेगा कि सारे बंगालियों को मार दिया गया वहां। अगर हमें असम की मदद करनी है तो हमें असम का रास्ता बंद करना होगा।"

बिहार के रहने वाले हैं शरजील
शरजील बिहार के जहानाबाद का रहने वाला है। इसने आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद कुछ दिनों तक वहां पढ़ाया भी, और फिर बाद में बेंगलुरु के एक सॉफ्टबेयर कंपनी में काम भी किया। 2013 में JNU में लिया दाखिला- शरजील 2013 में जेएनयू आ गए। यहां आधुनिक इतिहास में मास्टर्स करने के लिए दाखिला लिया। इसके बाद यहीं से एमफिल और पीएचडी भी किया। 

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