दिल्ली से मुजफ्फरपुर जा रही थी ट्रेन, अचानक बीच से टूटी तो 1 किमी तक चला गया गाड़ी का आधा हिस्सा

Published : Apr 03, 2021, 12:11 PM IST
दिल्ली से मुजफ्फरपुर जा रही थी ट्रेन, अचानक बीच से टूटी तो 1 किमी तक चला गया गाड़ी का आधा हिस्सा

सार

लखनऊ में एक एक्सप्रेस ट्रेन के दो हिस्से हो गए और उसका एक हिस्सा आगे चलता गया और पिछला हिस्सा पीछे छूट गया। ये मामला दिल्ली से मुफ्फरपुर जा रही ट्रेन सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस के साथ हुआ है। कपलिंग टूटने से सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस दो हिसों में टूट गई।

नई दिल्ली. लखनऊ में एक एक्सप्रेस ट्रेन के दो हिस्से हो गए और उसका एक हिस्सा आगे चलता गया और पिछला हिस्सा पीछे छूट गया। ये मामला दिल्ली से मुफ्फरपुर जा रही ट्रेन सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस के साथ हुआ है। कपलिंग टूटने से सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस दो हिसों में टूट गई। इसके बाद आधी ट्रेन करीब 1 किमी तक आगे निकल गई। घटना की जानकारी होने पर रेलवे कंट्रोल रूम में सूचना दी गई। तब जाकर ट्रेन को जोड़ा जा सका, हालांकि, ड्राइवर की सूझबूझ से कोई बड़ा हादसा होने से टल गया।

काकोरी के पास हुई घटना 

जानकारी के मुताबिक कहा जा रहा है कि आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जा रही सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस (02558) रात 10:45 पर लखनऊ आती है और 10 मिनट रुकने के बाद बिहार के मुजफ्फरपुर चली जाती है। ऐसे में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि काकोरी स्टेशन पर आते ही दो कोचों को जोड़ने वाली कपलिंग अचानक से खुल गई, जिसकी वजह से आधी गाड़ी बीच से अलग होकर आगे निकल गई। आधी पीछे रह गई। हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह के जान-माल की हानि नहीं हुई। सूत्रों के मुताबिक ड्राइवर और गार्ड की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होने से बच गया है, ट्रेन रोके जाने के बाद देर रात तक कपलिंग जोड़ने का काम चालू रहा।

वहीं, अगर संजय त्रिपाठी डीआरएम एनआर लखनऊ के मुताबिक एक्सप्रेस में साधारण कपलिंग लगी हुई थी, जो अचानक टूट गई, जिससे ट्रेन का अगला हिस्सा काफी आगे निकल गया। इसके बाद गार्ड ने तुरंत ड्राइवर को सूचना दी। जिसके बाद आधी ट्रेन वापस लाई गई और कपलिंग जोड़ने का काम किया गया, हालांकि इस दौरान किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

PREV

Recommended Stories

6 साल की बच्ची के साथ निर्भया जैसी हैवानियत: नाकाम होने पर प्राइवेट पॉर्ट में डाला रॉड
IndiGo Crisis: कोलकाता से मुंबई तक रिव्यू-एविएशन सिस्टम में कौन-सी खामी हुई उजागर?