ओडिशा के मलकानगिरी जंगल में एनकाउंटर के डर से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री छोड़कर भागे नक्सली

सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को ओडिशा के मलकानगिरी जिले के एक जंगल से प्रतिबंधित संगठन(नक्सली) द्वारा छोड़ी गई भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की है। मलकानगिरी पुलिस ने कहा कि 4 टिफिन बम, 20 वेब बेल्ट, 19 जंगल कैप और बड़ी संख्या में दवाएं बरामद की गईं हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 15, 2022 2:45 AM IST / Updated: Jan 15 2022, 08:22 AM IST

भुवनेश्वर. ओडिशा पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई में एक बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को ओडिशा के मलकानगिरी जिले के एक जंगल से प्रतिबंधित संगठन(नक्सली) द्वारा छोड़ी गई भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की है। मलकानगिरी पुलिस ने कहा कि 4 टिफिन बम, 20 वेब बेल्ट, 19 जंगल कैप और बड़ी संख्या में दवाएं बरामद की गईं हैं। 

एनकाउंटर के डर से भागे नक्सली 
यहां के पुलिस अधीक्षक(SP) नितेश वाधवान के मुताबिक, जोदंबा थाना क्षेत्र के मारिबेड़ा और नादेमंजारी गांवों के पास ये विस्फोटक सामग्री और अन्य सामान मिला है। माना जा रहा है कि यहां माओवादियों के खिलाफ लगातार सर्चिंग अभियान चल रहा है। इसी डर से नक्सली अपना सामान छोड़कर भाग निकले। ओडिशा-आंध्र प्रदेश पर स्वाभिमान आंचल में तलाशी अभियान के दौरान विशेष अभियान समूह(SOG) और जिला स्वैच्छिक बल(DVF) को इस चीजें मिलीं। SP ने आशंका जताई कि ये विस्फोटक सामग्री एओबीएसजेडसी(आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष जोनल कमेटी) के माओवादी कैडर की हो सकती है। इनका इस्तेमाल सुरक्षाबलों के अलावा नागरिकों के खिलाफ किया जाना था। इस सामग्री के मिलने के बाद आसपास के गांवों में सर्चिंग अभियान और तेज कर दिया गया है।

भारत में नक्सलवाद की कुछ बड़ी घटनाएं

  1. 2007 छत्तीसगढ़ के बस्तर में 300 से ज्यादा विद्रोहियों द्वारा 55 पुलिसकर्मियों की हत्या
  2. 2008 ओडिसा के नयागढ़ में नक्सलवाद‌ियों ने 14 पुलिसकर्मियों और एक नागरिक की हत्या की
  3. 2009 महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में नक्सली हमले में 15 सीआरपीएफ जवान शहीद 
  4. 2010 नक्सलवादियों ने कोलकाता-मुंबई ट्रेन में 150 यात्रियों की हत्या कर दी थी
  5. 2010 पश्चिम बंगाल के सिल्दा केंप में घुसकर नक्सलियों ने हमला किया था, इसमें अर्द्धसैनिक के 24 जवान शहीद हो गए थे
  6. 2010 छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलवादी के हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे
  7. 2012 झारखंड के गढ़वा जिले के पास बरिगंवा जंगल में 13 पुलिसकर्मीयों की हत्या कर दी गई थी
  8. 2013 छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने कांग्रेस नेता और 9 बार के सांसद विद्याचरण शुक्ला, महेंद्र कर्मा सहित 29 लोगों की हत्या कर दी थी
  9. 2021 में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षा बलों के 23 जवान शहीद हो गए थे 
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