महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी घमासान रुकने का नाम नहीं ले रहा। नतीजे आने के 12 दिन बाद भी भाजपा और शिवसेना के बीच सीएम को लेकर जारी विवाद थमता नहीं दिख रहा है।
नागपुर. महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी घमासान रुकने का नाम नहीं ले रहा। नतीजे आने के 12 दिन बाद भी भाजपा और शिवसेना के बीच सीएम को लेकर जारी विवाद थमता नहीं दिख रहा है। हालांकि, इसी बीच शिवसेना नेता ने दावा किया है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी नितिन गडकरी को देनी चाहिए, जिससे दोनों पार्टियों के बीच फंसा ये पेंच खत्म हो सके।
किशोर तिवारी, जिन्होंने चुनाव से पहले ही शिवसेना जॉइन की है। उन्होंने इस बारे में भागवत को एक पत्र भी लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में जारी घमासान में आरएसएस प्रमुख को दखल देना चाहिए और गतिरोध को खत्म करना चाहिए।
'संघ की चुप्पी से लोग चिंतित'
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर संघ की चुप्पी से लोग चिंतित हैं। तिवारी ने कहा कि गडकरी इस समस्या को 2 घंटे में निपटा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में गडकरी को साइड लाइन कर दिया गया है। अगर अमित शाह उन्हें जिम्मेदारी दें, तो वे इस मुद्दे को आसानी से निपटा देंगे।
तिवारी विदर्भ जन आंदोलन समिति के संस्थापक हैं, यह एनजीओ महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या की समस्याओं को लेकर काम करता है। वे हाल ही में भाजपा से शिवसेना में शामिल हुए थे।
मुख्यमंत्री पद को लेकर फंसा पेंच
विधानसभा चुनाव में 288 वाले महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। शिवसेना 50-50 फॉर्मूले के आधार पर भाजपा को समर्थन देना चाहती है। शिवसेना का कहना है कि पहले ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होना चाहिए।