
नई दिल्ली. कांग्रेस ने एक और बड़ा नेता खो दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुख राम(former Union Minister Pandit Sukh Ram passes away) का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया। यह जानकारी उनके बेटे अनिल शर्मा ने दी। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक(brain stroke) के बाद नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था, जहां वे वेंटिलेटर पर थे। उन्हें बीते शनिवार हेलिकॉप्टर के जरिये शिमला से नई दिल्ली एम्स लाया गया था। सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने मंगलवार देर रात फेसबुक पर पोस्ट करके लिखा-''अलविदा दादाजी, अभी नहीं बजेगी फोन की घंटी।'' सुखराम को संचार क्रांति का जनक माना जाता था। वहीं, हिमाचल प्रदेश की राजनीति का चाणक्य। कल सुबह 11 बजे पंडित सुखराम की पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर रखा जाएगा। उनका अंतिम संस्कार हनुमानघाट स्थित शमशानघाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
सोमवार को दिल का दौरा भी पड़ा था
ब्रेन स्ट्रोक के चलते गंभीर हालत में एम्स में भर्ती पंडित सुखराम को सोमवार सुबह दिल का दौरा भी पड़ा था। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया था। हालांकि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। सोमवार सुबह करीब 11 बजे सोनिया गांधी ने प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं पंडित सुखराम के बड़े पोते आश्रय शर्मा से फोन पर बात करके उनकी तबीयत जानी थी। इस बीच कल मीडिया में पंडित सुखराम के निधन की फेक खबरें वायरल होती रहीं। सुखराम के एक पोते आयुष बालीवुड अभिनेता(सलमान खान के बहनोई) हैं। इन खबरों को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर खंडन भी किया था। हालांकि आज उनके निधन की खबरें आ गईं।
4 मई को आया था ब्रेन स्ट्रोक
सुखराम शर्मा को 4 मई को मनाली में ब्रेन स्ट्रोक आया था। उन्हें मंडी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर नई दिल्ली के एम्स शिफ्ट कर दिया गया था। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 7 मई को सरकारी हेलीकॉप्टर के जरिये सुखराम को एम्स भिजवाया था। बता दें कि सुखराम 1993 से 1996 केंद्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे थे। वे मंडी लोकसभा सीट से सांसद भी रहे। सुखराम 5 बार विधानसभा तथा 3 बार लोकसभा के सदस्य रहे।
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