
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) के निदेशक और इसरो के प्रमुख वैज्ञानिक एस. सोमनाथ (S. Somanath) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का चेयरमैन नियुक्त किया है। वह के सिवान की जगह लेंगें, जिनका कार्यकाल इसी सफ्ताह शुक्रवार को समाप्त हो रहा है। बता दें कि सोमनाथ को भारत के सबसे ताकतवर स्पेस रॉकेट जीएसएलवी एमके-3 लॉन्चर के विकास कार्य का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों में गिना जाता है।
2010 से 2014 तक जीएसएलवी एमके-III के प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे
एस. सोमनाथ इसरो के रॉकेट्स के विकास में काफी अहम योगदान दिया है। सोमनाथ लॉन्च व्हीकल की डिजाइनिंग के मास्टर हैं। वह लॉन्च व्हीकल सिस्टम इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चरल डिजाइन, स्ट्रक्चरल डायनेमिक्स और पाइरोटेक्नीक्स के एक्सपर्ट हैं। सोमनाथ जून 2010 से 2014 तक जीएसएलवी एमके-III के प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे। गौरतलब है कि इससे पहले एस. सोमनाथ 22 जनवरी 2018 से लेकर अब तक विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के निदेशक का पद संभाल रहे थे। विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर से पहले एस सोमनाथ तिरुवनंतपुरम स्थित लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (LPSC) के डायरेक्टर थे।
1985 में विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर में हुए शामिल
एस. सोमनाथ ने एर्नाकुलम से महाराजा कॉलेज से प्री-डिग्री प्रोग्राम पूरा किया है। इसके बाद केरल यूनिवर्सिटी के क्विलॉन स्थित टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग से स्नानत की पढ़ाई की है। इसके बाद फिर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज (IISc) से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री हासिल की। 1985 में एस. सोमनाथ ने विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर में शामिल हुए किया। शुरुआती दौर में वो PSLV प्रोजेक्ट के साथ काम करते रहे। उसके बाद उन्हें साल 2010 में GSLV Mk-3 रॉकेट का प्रोजेक्ट डायरेक्टर बनाया गया।
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