इसी महीने की 21 तारीख को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे दावा कर रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले शाह और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस सत्ता साझेदारी के 50:50 फॉर्मूले पर सहमत हुए थे।
मुंबई. भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन के लिये सत्ता साझेदारी के "50:50" फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे।
उधर, राज्य में सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना की मीटिंग रद्द होने की खबरें भी हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि बीजेपी राज्य में सरकार बनाने की तैयारी में है। वह निर्दलियों के समर्थन लेने की कोशिश कर रही है। अब तक पांच विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दिया है।
भाजपा विधायक दल की मीटिंग आज
विधायक दल का नेता चुनने के लिए पार्टी आज मुंबई में बैठक करने वाली है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पार्टी के उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना को महाराष्ट्र विधायक दल की मीटिंग के लिए मंगलवार को केंद्रीय पर्यवेक्षक नामित किया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन जाने की संभावना है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर नहीं हुई थी बात
भाजपा सूत्रों के मुताबिक इस साल लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर हुई बातचीत में "सत्ता के समान वितरण को लेकर सहमति बनी थी न कि मुख्यमंत्री पद को लेकर।" पाटिल से जब मंत्रालय के समान बंटवारे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 50:50 फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे।"
इसी महीने की 21 तारीख को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे दावा कर रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले शाह और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस सत्ता साझेदारी के 50:50 फॉर्मूले पर सहमत हुए थे।
शिवसेना का दावा दूसरा
शिवसेना सूत्रों के अनुसार फॉर्मूले में दोनों दलों के बीच बारी-बारी से अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री बनाने पर भी सहमति बनी थी। हालांकि फड़णवीस ने मंगलवार को इस बात से इनकार किया कि शिवसेना को कभी सत्ता साझेदारी के फॉर्मूले के तहत 2.6 साल के लिये मुख्यमंत्री पद देने का आश्वासन दिया गया था।
मंगलवार को फडणवीस के बयान के बाद शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि हम सत्ता के भूखे नहीं हैं। हमारे पास और भी विकल्प हैं।