श्रद्धा वाकर (Shraddha Walkar) की हत्या के बाद शव के टुकड़े करते वक्त और बाद में आफताब ने हजारों लीटर पानी बहाया था। इसके चलते उसके फ्लैट का वाटर बिल 300 रुपए का आया था। मामले की जांच कर रही पुलिस के लिए यह अहम सबूत साबित हो सकता है।
नई दिल्ली। आफताब पूनावाला (Aftab Poonawala) द्वारा अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वाकर (Shraddha Walkar) की हत्या के मामले में अहम जानकारियां सामने आ रहीं हैं। आफताब ने अपने फ्लैट के बाथरूम में श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे। इस दौरान उसने नल खुला रखा था ताकि शव से निकलने वाला खून और मांस के छोटे टुकड़े पानी के साथ नाली में बह जाएं।
इसके साथ ही उसने सबूत मिटाने के लिए फ्लैट को कई बार धोया था। आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद हजारों लीटर पानी बहाया था। मई महीने के लिए उसके फ्लैट का वाटर बिल 300 रुपए आया था। मामले की जांच कर रही पुलिस के लिए यह बिल अहम साबित होगा। दिल्ली में हर महीने 20 हजार लीटर पानी मुफ्त है। प्रतिदिन के हिसाब से यह करीब 35 बाल्टी पानी होता है। इतना पानी एक परिवार के लिए पर्याप्त है।
काटने की आवाज छिपाने के लिए चलाया नल
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आफताब को हर महीने 20,000 लीटर मुफ्त मिलने के बावजूद पानी का बिल क्यों आया। पुलिस को शक है कि आफताब ने काटने की आवाज छिपाने के लिए नल लगातार चलाया। इसके साथ ही उसने खून धोने के लिए भी पानी बहाया। आफताब ने खून के दाग मिटाने के लिए गर्म पानी और केमिकल से फ्लैट को कई बार धोया था।
14 मई को फ्लैट में शिफ्ट हुए थे आफताब और श्रद्धा
जांच के दौरान पता चला है कि आफताब और श्रद्धा 14 मई को किराए के इस फ्लैट में शिफ्ट हुए थे। चार दिन बाद आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की हत्या कर दी। इसके बाद से वह फ्लैट में अकेले रहा। इस दौरान ही उसने इतना अधिक पानी खर्च कर दिया कि 300 रुपए का वाटर बिल आ गया।
हर महीने 8 से 10 तारीख को दे देता था किराया
रेंट एग्रीमेंट में दोनों के नाम हैं। एग्रीमेंट में पहले श्रद्धा फिर आफताब का नाम है। फ्लैट के मालिक रोहन कुमार के पिता राजेंद्र कुमार ने कहा है कि पानी का इतना अधिक बिल आना आश्चर्यजनक है। आफताब हर महीने की 8 से 10 तारीख के बीच किराया का पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर कर देता था। इसलिए उन्हें कभी फ्लैट पर जाने की जरूरत नहीं पड़ी।
यह भी पढ़ें- श्रद्धा हत्याकांड: आरी से लेकर कपड़े तक पुलिस को अब भी है कई अहम सबूतों की तलाश
गौरतलब है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए और उन्हें दिल्ली के जंगली इलाके में फेंक दिया। श्रद्धा के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने आफताब को हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान पता चला कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी।
यह भी पढ़ें- आफताब का हो सकता है नार्को टेस्ट, जानें कैसे इस टेस्ट से सच उगल देता है अपराधी