सिख गुरु तेग बहादुर की 400वीं जयंती के मौके पर पीएम मोदी आज देश को लाल किले से संबोधित करेंगे। इसके लिए सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं। 1000 से ज्यादा जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है, जो हर सेकंड के मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सिख गुरु तेग बहादुर की 400वीं (Guru Tagh Bahadur Jayanti) जयंती के मौके पर लाल किले (Red fort) से देश को संबोधित करेंगे। इसे लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। लाल किले पर दिल्ली पुलिस के 1,000 से अधिक जवानों और विभिन्न एजेंसियों के सुरक्षाकर्मियों का मल्टीलेयर घेरा बनाया गया है। लाल किला परिसर के अंदर 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षा घेरे में एनएसजी स्नाइपर्स, स्वाट कमांडो, काइट हंटर्स, कैनाइन यूनिट्स और ऊंची इमारतों पर शार्पशूटर शामिल हैं। इस मौके पर पीएम मोदी एक स्मारक सिक्का और एक डाक टिकट भी जारी करेंगे।
जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर अधिक सतर्कता
चूंकि राजधानी दिल्ली में कोविड के मामलों में वृद्धि हो रही है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम अनिवार्य होंगे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमने कई सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय में काम करते हुए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं। जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस पहले से ही सतर्क है। उन्होंने कहा कि लाल किला क्षेत्र और उसके आसपास स्थित पुलिस कंट्रोल रूमों में पूरे दिन सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की जाएगी। शनिवार 16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव के जुलूस के दौरान हुई झड़प के बाद एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं। इस हिंसा में 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसी को देखते हुए ऐतिहासिक स्मारक के पास सुरक्षा बढ़ा दी है।
400 सिख संगीतकार देंगे प्रस्तुति, देश-विदेश के मेहमान शामिल
अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को पहले ही उत्तरी दिल्ली के संवेदनशील इलाकों चांदनी महल, हौज काजी और बाजार क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। महिला स्वाट टीम हमेशा की तरह पीसीआर की तैनाती के साथ सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा है। कार्यक्रम स्थल के आसपास के क्षेत्रों में प्रखर वैन गश्त करती रहेंगी। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, शुभ अवसर पर 400 'रंगी' (सिख संगीतकार) 'शबद कीर्तन' में प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम का आयोजन मंत्रालय द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से किया जा रहा है। कई राज्यों के मुख्यमंत्री और देश-विदेश की विभिन्न प्रमुख हस्तियां समारोह का हिस्सा होंगी।