क्या है बॉर्डर पार कर भारत पहुंचने वाली लड़कियों की कहानी, जिन्हें वापस भेजा गया पाकिस्तान

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की दो नाबालिग बहनें 6 दिसंबर को अनजाने में जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय सीमा में घुस आई थीं। दोनों बहनों को 7 दिसंबर के दिन चाकन दा बाग क्रॉसिंग पॉइंट से वापस पाकिस्तान भेज दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें सोमवार को चाकन दा बाग क्रॉसिंग पॉइंट पर पाकिस्तान के अधिकारियों को सौंप दिया गया। बॉर्डर पार करने पर भारतीय सेना ने उन बहनों को पकड़ लिया था। सेना ने दोनों बहनों को पुंछ में एलओसी के साथ सरला सेक्टर में देखा था।

Asianet News Hindi | Published : Dec 7, 2020 10:02 AM IST / Updated: Dec 07 2020, 03:37 PM IST

जम्मू. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की दो नाबालिग बहनें 6 दिसंबर को अनजाने में जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय सीमा में घुस आई थीं। दोनों बहनों को 7 दिसंबर के दिन चाकन दा बाग क्रॉसिंग पॉइंट से वापस पाकिस्तान भेज दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें सोमवार को चाकन दा बाग क्रॉसिंग पॉइंट पर पाकिस्तान के अधिकारियों को सौंप दिया गया। बॉर्डर पार करने पर भारतीय सेना ने उन बहनों को पकड़ लिया था। सेना ने दोनों बहनों को पुंछ में एलओसी के साथ सरला सेक्टर में देखा था।

 

भारतीय सेना ने मिठाई और गिफ्ट दिया

सेना ने दोनों बहनों को पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में सौंपा गया। प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें सद्भावना के रूप में भारतीय सेना ने गिफ्ट और मिठाई भी दी। नाबालिग बहनों की पहचान लाईबा जबैर (17) और सना जबैर (13) के रूप में की गई है। दोनों बहनें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की कहुटा तहसील के अब्बासपुर की रहने वाली हैं।

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