
Climate कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने भूख हड़ताल क्यों तोड़ दी। इसी के साथ उन्होंने लेह लद्दाख में हो रही हिंसा की घटनाओं को लेकर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि हिंसा का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। लद्दाख के लिए हिंसा को सबसे बड़े दुख का दिन बताया गया। इसी के साथ कहा गया कि हम शांति के प्रस्ताव को असफल होता देख रहे हैं। हिंसा को जल्द से जल्द रोकने की अपील की और अनशन रोकने की भी जानकारी दी।