Weather Report: मप्र, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में अभी भी बारिश की संभावना, दिल्ली में एयर क्वालिटी खराब

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि आजकल में दक्षिण केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। वहीं, ठंड की दस्तक से पहले ही दिल्ली में हवा की क्वालिटी खराब होना शुरू हो गई है।

Amitabh Budholiya | Published : Oct 17, 2022 2:47 AM IST / Updated: Oct 17 2022, 08:18 AM IST

मौसम डेस्क. दिवाली नजदीक आ चुकी है, लेकिन बारिश का दौर अभी भी पूरी तरह से थमा नहीं है। कई राज्यों में बारिश हो रही है। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि आजकल में दक्षिण केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़, दक्षिणपूर्व मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। ओडिशा, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम त्रिपुरा और मेघालय में हल्की बारिश हो सकती है। (यह तस्वीर बेंगलुरु की है, जहां 61th नेशनल थलेटिक चैंपियनशिप के दौरान भारी बारिश के बीच कांतीरवा स्टेडियम में पानी भर गया)

बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
बीते दिन  तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हुई। तटीय ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। ओडिशा के उत्तरी तट, आंतरिक ओडिशा, झारखंड, कोंकण और गोवा और महाराष्ट्र में हल्की बारिश हुई।

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मौसम में बदलाव की ये हैं वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु केरल के तट के साथ पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अरब सागर के मध्य भाग के ऊपर बना हुआ है। यह औसत सील स्तर से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। 18 अक्टूबर की रात तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) पश्चिमी हिमालय के पास पहुंच जाएगा। 18 अक्टूबर के आसपास उत्तरी अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है। यह पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में चलते हुए 20 अक्टूबर के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बनाएगा।

दिल्ली-NCR की एयर क्वालिटी फिर हुई खराब
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (Commission for Air Quality Management-CAQM) ने एजेंसियों से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के पहले फेज के तहत उपायों को सख्ती से लागू करने को कहा है, क्योंकि दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता का स्तर लगातार खराब हो रहा है।  Graded Response Action Plan (GRAP) स्थिति की गंभीरता के अनुसार राजधानी और इसके आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण रोधी उपायों का एक समूह है। बता दें  कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 को 'गंभीर' माना जाता है। दिल्ली ने तीन महीने से अधिक समय में अपना पहला खराब वायु दिवस 5 अक्टूबर को दर्ज किया था। इसके बाद बारिश के लंबे समय तक चलने से खेत की आग पर काबू पाया गया और हवा को साफ रखा गया। 31 अगस्त, 2020 के बाद से 10 अक्टूबर तक दिल्ली ने सबसे स्वच्छ हवा (AQI 41) में सांस ली।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने कहा, "5 अक्टूबर को हुई अपनी बैठक में सब कमेटी ने जीआरएपी के तहत कार्रवाई करने के लिए जीआरएपी के पहले फेज(एक्यूआई 201-300) के तहत सभी जरूरी उपाय करने पर सख्ती दिखाई थी।यह आदेश अभी भी लागू है। स्टेज 1 (खराब वायु गुणवत्ता) के तहत केंद्र का वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) 500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक आकार वाले प्लाट पर निर्माण और विध्वंस गतिविधियों को रोकने की सिफारिश करता है। 

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