कोरोना काल में चल रहे मानसून सत्र के दौरान संसद में गुरुवार को पक्ष विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने कहा कि यदि ताली-थाली बजाने से कोरोना ठीक होता है तो मैं प्रधानमंत्री के साथ ताली-थाली बजाने के लिए तैयार हूं। इसपर भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने संजय सिंह से पूछा कि क्या चरखा चलाने से आजादी मिली थी। जिस तरह चरखा चलाना एक प्रतीक था वैसे ही ताली-थाली बजाना एक प्रतीक था।
नई दिल्ली. कोरोना काल में चल रहे मानसून सत्र के दौरान संसद में गुरुवार को पक्ष विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने कहा कि यदि ताली-थाली बजाने से कोरोना ठीक होता है तो मैं प्रधानमंत्री के साथ ताली-थाली बजाने के लिए तैयार हूं। इसपर भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने संजय सिंह से पूछा कि क्या चरखा चलाने से आजादी मिली थी। जिस तरह चरखा चलाना एक प्रतीक था वैसे ही ताली-थाली बजाना एक प्रतीक था।
संसद सत्र के चौथे दिन भाजपा से राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने ताली-थाली बजाने को ठीक चरखा चलाने जैसा एक प्रतीक बताया और कहा कि इसके माध्यम से सरकार और लोगों द्वारा कोरोना की जंग में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की गई थी।