आजादी का अमृत महोत्सव: भारतीय संग्रहालयों को एक नया स्वरूप देने 15-16 फरवरी को जुटेंगे दिग्गज और विशेषज्ञ

संस्कृति मंत्रालय 15-16 फरवरी को भारत में संग्रहालयों की पुनर्कल्पना (Reimagining Museums in India) पर अपनी तरह का पहला वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी करेंगे। यह भारत के संग्रहालयों को विकसित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों और रणनीतियों पर केंद्रित होगा।

नई दिल्ली. भारतीय संग्रहालयों को एक नया स्वरूप देने केंद्र सरकार पहल करने जा रही है। संस्कृति मंत्रालय 15-16 फरवरी को भारत में संग्रहालयों की पुनर्कल्पना (Reimagining Museums in India) पर अपनी तरह का पहला वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी करेंगे। यह भारत के संग्रहालयों को विकसित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों और रणनीतियों पर केंद्रित होगा।

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आजादी का अमृत महोत्सव
इस शिखर सम्मेलन का आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव के तहत किया जा रहा है। यह भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने लोगों, संस्कृति व उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का उत्सव मनाने के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम है। यह वैश्विक शिखर सम्मेलन सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों व रणनीतियों पर चर्चा के लिए भारत और पूरे विश्व के संग्रहालय विकास व प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी दिग्गजों, क्षेत्र के विशेषज्ञों और इसमें काम करने वालों को एक साथ लाएगा। इसका आयोजन ब्लूमबर्ग की भागीदारी में किया जा रहा है।

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25 से अधिक विशेषज्ञ देंगे अपने सुझाव
संग्रहालयों के लिए पुनर्कल्पित प्राथमिकताओं और अभ्यासों पर 25 से अधिक संग्रहालय विज्ञानी और पेशेवर गहन चर्चा करेंगे। इसके परिणाम में नए संग्रहालयों के विकास के लिए एक मूल योजना तैयार करना, एक नवीकरण ढांचे को प्रोत्साहित करना और भारत में मौजूदा संग्रहालयों को फिर से जीवंत करना शामिल होगा।

संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने शिखर सम्मेलन के बारे में कहा, "मानव सभ्यता की शुरुआत से ही भारत समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की भूमि रही है। जैसा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने, सुरक्षित रखने और इसे बनाए रखने के लिए अपने ध्यान और समर्पण को नवीनीकृत करने पर गर्व है। भारत के 1000 से अधिक संग्रहालय न केवल इस सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने व संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी शिक्षित करते हैं।”

वहीं, संस्कृति मंत्रालय के सचिव श्रीगोविंद मोहन ने कहा, "भारत में संग्रहालयों की पुनर्कल्पना पर वैश्विक शिखर सम्मेलन के जरिए संस्कृति मंत्रालय का उद्देश्य प्रमुख वैश्विक विचारकों को भारत के संग्रहालयों के विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ दृष्टिकोण को समझने, भारतीय व वैश्विक संग्रहालयों के बीच रणनीतिक भागीदारी करने और भारतीय संग्रहालयों के नवीनीकरण के लिए एक मास्टरप्लान तैयार करना है, जिससे वास्तव में उन्हें विश्व स्तरीय बनाया जा सके।”

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यह भी जानें
इस ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में चार व्यापक विषय शामिल होंगे। ये हैं- वास्तुकला व कार्यात्मक जरूरतें, प्रबंध, संग्रहण (क्यूरेशन और संरक्षण अभ्यासों सहित) और शिक्षा व दर्शकों की भागीदारी। यह शिखर सम्मेलन ऑनलाइन माध्यम के जरिए दो दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा और यह भागीदारी जनता के लिए खुली हुई है। इसमें हिस्सा लेने के लिए यहां देखें: https://www.reimaginingmuseumsinindia.com/ अधिक विवरण के लिए हैशटैग #MuseumsReimagined को फॉलो करें।

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