किसानों को लेकर SC ने कहा, स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, जानें सुनवाई को 11 जनवरी तक क्यों टाल दिया

केके वेणुगोपाल ने कोर्ट को बताया कि इस बात की ज्यादा संभावना है कि कुछ दिनों में कोई न कोई निष्कर्ष निकले, क्योंकि शुक्रवार को वार्ता का एक और दौर तय किया गया है। इसलिए सुनवाई करना ठीक नहीं होगा। कोर्ट ने बात मान ली और सुनवाई सोमवार तक टाल दी। कोर्ट ने कहा कि बातचीत जारी रखें। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 6, 2021 9:19 AM IST / Updated: Jan 06 2021, 02:50 PM IST

नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन का आज 42वां दिन है। कृषि कानूनों को रद्द करने की सुनवाई को सुप्रीम कोर्ट ने 11 जनवरी तक टाल दिया है। सीजेआई एसए बोबडे, ए एस बोपन्ना और वी रामसुब्रमण्यम की पीठ ने कहा कि किसानों के विरोध के बारे में स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।

कोर्ट ने क्यों दी 11 जनवरी की तारीख?
एजी केके वेणुगोपाल ने कोर्ट को बताया कि इस बात की ज्यादा संभावना है कि कुछ दिनों में कोई न कोई निष्कर्ष निकले, क्योंकि शुक्रवार को वार्ता का एक और दौर तय किया गया है। इसलिए सुनवाई करना ठीक नहीं होगा। कोर्ट ने बात मान ली और सुनवाई सोमवार तक टाल दी। कोर्ट ने कहा कि बातचीत जारी रखें। 

Latest Videos

कृषि कानूनों और किसानों से जुड़ी 6 याचिकाएं
तीन कृषि कानूनों की संवैधानिक और कानूनी वैधता को चुनौती देने वाली छह याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में हैं। इसके अलावा दो जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली की सीमाओं से हटाने की मांग की गई है। प्रदर्शनकारी किसानों के मानव अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित कई याचिकाएं भी दायर की गई हैं।

8वें दौर की बातचीत में किसने क्या कहा?

 

8 जनवरी को किसानों और सरकार के बीच बातचीत

8 जनवरी को किसानों और सरकार के बीच बातचीत होनी है। उससे पहले किसान ट्रैक्टर मार्च निकालने की तैयारी कर रहे हैं। किसानों के साथ ही महिलाएं भी ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं। महिलाओं का कहना है कि सरकार को पता होना चाहिए कि इस बैटिल फील्ड में महिला शक्ति भी जुड़ चुकी है। वहीं किसानों का कहना है कि महिलाओं को जोड़ने के पीछे मकसद सरकार को ये बताना है कि उनके पीछे उनका परिवार खड़ा है।

Share this article
click me!

Latest Videos

कौन हैं मुकेश अहलावत? आतिशी की टीम सबसे ज्यादा इनकी चर्चा क्यों
UP के जैसे दिल्ली में भी... आतिशी ने BJP पर किया सबसे बड़ा वार
झारखंड में सिर्फ भाजपा ही कर सकती है ये काम #shorts
कांग्रेस को गणपति पूजा से भी है नफरत #Shorts
Akhilesh Yadav LIVE: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता