
Jalandhar Hospital Oxygen Glitch: रविवार शाम सिविल अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब ऑक्सीजन प्लांट में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। इसके चलते ट्रामा ICU में भर्ती तीन गंभीर मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में एक 15 साल की लड़की भी शामिल है। तीनों मरीज बीते तीन दिनों से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे और लगातार ऑक्सीजन पर थे।
जानकारी के अनुसार, दो मरीजों को फेफड़ों की गंभीर समस्या थी, जबकि एक मरीज ड्रग ओवरडोज के कारण भर्ती था। शाम को अचानक ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई, जिससे मरीजों की सांसें रुकने लगीं। जैसे ही स्टाफ को इसकी जानकारी मिली, तुरंत दूसरा प्लांट चालू किया गया और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से सप्लाई देने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक तीनों मरीजों की जान नहीं बचाई जा सकी।
जानकारी के मुताबिक, फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे दो मरीज और ड्रग ओवरडोज का शिकार एक मरीज ICU में भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई जिससे मरीजों की सांसें रुकने लगीं। स्टाफ ने तुरंत दूसरे प्लांट को चालू किया और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से सप्लाई देने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। प्लांट में तकनीकी खराबी आई थी या पाइपलाइन में लीकेज हुआ, यह जांच का विषय है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राज कुमार ने बताया कि सप्लाई करीब 5 से 10 मिनट के लिए बाधित हुई थी।
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मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने जांच के आदेश देते हुए एक इंक्वायरी कमेटी गठित कर दी है। यह कमेटी यह पता लगाएगी कि तकनीकी खराबी कैसे हुई? क्या इसके लिए ऑक्सीजन प्लांट बनाने वाली कंपनी की लापरवाही जिम्मेदार है। यह घटना सिविल अस्पताल की व्यवस्थाओं और ऑक्सीजन आपूर्ति प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े करती है।