
नई दिल्ली/श्रीनगर. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवाद को धन मुहैया कराने के मामले में गुरूवार को भी देश के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी जारी है। एजेंसी ने गुरूवार को देश की राजधानी नई दिल्ली में दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जफरुल इस्लाम के दफ्तर पर छापा मारा है। एजेंसी द्वारा यह कार्यवाही जफरुल के ओखला स्थित दफ्तर पर की गई है। बता दें कि एनआईए की कार्यवाही से पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल एक अन्य मामले में जफरुल इस्लाम पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज कर चुकी है। इसी के खिलाफ गुरूवार को श्रीनगर में पीडीपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया जिन्हें हिरासत में ले लिया गया।
दरअसल, एनआईए ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर और बांदीपोरा में कईं ट्रस्ट और गैर सरकारी संगठनों (NGOs) समेत कुल 10 स्थानों पर छापे मारे। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एनआईए की टीम के साथ स्थानीय पुलिस और अर्ध सैनिक बलों ने ट्रस्ट के कार्यालय में सुबह छापे मारे हैं। जांच एजेंसी के एक अधिकारी के मुताबिक, इन एनजीओ की स्थापना वर्ष 2000 में की गई थी। एनआईए के मुताबिक इन एनजीओ को भारत और विदेशों के कईं अज्ञात दानदाताओं से धन मिल रहा था ,जिसका इस्तेमाल आतंकवाद को धन मुहैया कराने में किया जा रहा था।
किन छह एनजीओ पर छापे मारे गए?
एनआईए ने बुधवार और गुरूवार को छह एनजीओ फलाह-ए-आम ट्रस्ट, चैरिटी अलायंस, ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन, जे के यतेम फाउंडेशन, साल्वेशन मूवमेंट, और पीड़ितों की आवाज जम्मू-कश्मीर पर छापे मारे हैं। इनमें से दो एनजीओ चैरिटी अलायंस और ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन दिल्ली में स्थित हैं, जबकि बाकी जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में स्थित हैं। चैरिटी अलायंस के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम हैं और वे अपने अखबार मिल्ली गैजेट के संस्थापक भी हैं।
इन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ
आतंक की फंडिंग करने वाले NGO पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आईपीसी की धारा 124A यानी राष्ट्रद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज किया है। सूत्रों के मुताबिक, इसके साथ ही एनआईए ने इस मामले में UAPA के तहत भी मामला दर्ज किया है। UAPA के तहत कानून की धारा 17,18,22A,22C,38,39 और 40 लगाई गई है।
महबूबा बोली - NIA भाजपा की पालतू एजेंसी बन गई है
राज्य में एजेंसी की इस कार्यवाही के बाद बुधवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने छापेमारी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। मुफ्ती ने ट्वीट किया कि NIA ने श्रीनगर में मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज और ग्रेटर कश्मीर के कार्यालय पर छापामारी की। ये अभिव्यक्ति की आजादी और असंतोष पर भारत सरकार की दोषपूर्ण कार्रवाई का एक और उदाहरण है। अफसोस की बात है कि NIA उन लोगों को डराने और धमकाने के लिए BJP की पालतू एजेंसी बन गई है, जो लाइन में लगने से इनकार करते हैं।